पहले जनरथ बसों और उसके बाद अन्य सभी बसों में यह सुविधा शुरू होगी। जिसके बाद रोडवेज बस के हर कंडेक्टर के पास टिकट वेडिंग मशीन में यह सुविधा होगी। अंगूठा लगाने के बाद मशीन उनके आधार से लिंक बैंक खाते से कनेक्ट होगी और पिनकोड डालने के बाद किराए की धनराशि उसके खाते से कट जाएगी। खाते से कटने पर यात्री के मोबाइल पर रुपये कटने का मैसेज बैंक की ओर से आएगा। काटी गई धनराशि का टिकट परिचालक यात्री को देगा। क्षेत्रीय प्रबंधक परिवहन एसके शर्मा ने बताया कि यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए योजना तैयार की गई है। अभी यह सुविधा यहां शुरू नहीं हुई है। जनरथ बसों से इस सुविधा की शुरुआत की जाएगी।
परिवहन निगम की बसों में सफर के दौरान बड़ा नोट देने पर परिचालक टिकट की धनराशि काटने के बाद बकाया धनराशि टूटे न होने की बात कहकर टिकट के पीछे लिख देते थे। अक्सर सफर के दौरान थकान या जल्दी उतरने के चक्कर में लोग रुपये लेना भूल जाते थे। इस सुविधा के शुरू होने के बाद अब लोगों को इस तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। इतना ही नहीं यात्री अपने डेबिट व क्रेडिट कार्ड के माध्यम से भी भुगतान कर सकेंगे।