जलकल विभाग के महाप्रबंधक नीरज गौड़ ने 2020 में कानपुर के जलकल महाप्रबंधक के रूप में पद ग्रहण किया था। इसके पूर्व लखनऊ में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। नीरज गौड़ के ऊपर करोड़ों रुपए के घोटाले का आरोप है। चर्चा है बनारस में एनएचएआई के प्रोजेक्ट में तैनाती के दौरान यह घोटाला हुआ है। इस मामले में अब तक कई अधिकारियों से पूछताछ हो चुकी है।
बनारस तैनाती के दौरान आए थे चर्चा में
जीएम नीरज गौड़ लखनऊ वाराणसी फोरलेन हाईवे निर्माण कार्य के दौरान बनारस में तैनात थे। फोरलेन निर्माण कार्य के दौरान 200 करोड़ रुपए से अधिक का घोटाला निकल कर सामने आया था। जिसकी जांच सीबीआई कर रही है। बीते बृहस्पतिवार की देर रात सीबीआई की दो टीमें कानपुर जलकर विभाग के जीएम नीरज गौड़ के बेनाझाबर आवास पहुंचे। सीबीआई टीम पहुंचते ही घर में हड़कंप मच गया। देर रात नीरज गौड़ से पूछताछ भी हुई। अटकलों का दौर शुरू हुआ। छापा मारने के दौरान क्या सफलता हाथ लगी। इस संबंध में मीडिया को कुछ भी नहीं बताया गया।