सीबीएसई ने जनपद व आसपास के लगभग 65 हजार बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई का विकल्प प्रदान किया है। शिक्षा विभाग इसके लिए काफी पहले से तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा था। बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में पंजीकृत बच्चों को भी इस मुहिम से फायदा होगा। दीक्षा एप के जरिए विभाग बच्चों के घर तक पहुंचेगा। मानव संपदा पोर्टल के जरिए शिक्षकों से संपर्क करने के बाद विभाग ने ई-बुक सहित अन्य तैयार शिक्षण सामग्री वेबसाइट पर अपलोड कर दी है।
इस एप के जरिए बच्चे नियमित कक्षाएं ले सकेंगे। वह भी घर बैठे अपने समय के हिसाब से। शिक्षण व्यवस्था पटरी पर लाने के लिए विभाग ने कई तकनीक पर एक साथ काम शुरू किया था। इस मुहिम को ग्रामीण परिवेश के बच्चों तक पहुंचाने के लिए टोल फ्री नंबर जारी किए गए हैं। वही बेसिक शिक्षा विभाग के बच्चों को दो दिन इंतजार करना पड़ेगा।
जिन बच्चों के अभिभावकों के पास स्मार्ट मोबाइल नहीं होगा, वह साधारण की-पैड मोबाइल के जरिए टोल फ्री नंबर पर मिस्ड कॉल कर पढ़ाई शुरू कर सकेंगे। एक बार एप इंस्टाल करने के बाद डेटा की भी कोई जरुरत नही होगी। तकनीक के प्रयोग से बच्चे अपने से उच्च कक्षाओं के सिलेबस भी पा सकेंगे।
एचआरडी मंत्रालय की गाइड लाइन के अनुसार स्कूली शिक्षा महानिदेशक ने सभी जनपदों के बीएसए को विभाग के पास उपलब्ध संसाधनों को बेहतर इस्तेमाल करते हुए एओआईसी, प्रेरणा, दीक्षा व निष्ठा सहित अन्य विभाग की ओर से संचालित पोर्टल का बेहतर प्रयोग कर बच्चों तक सिलेबस पहुंचाया जाए। हर दिन कक्षाएं संचालित करने के बाद बच्चों को अगले दिन के चैप्टर के बारे में बताया जाएगा। पूर्व की कक्षाओं में अध्ययनरत बच्चों को बिना परीक्षा के अगली कक्षाओं में प्रोन्नत किया जा चुका है।