यूपीटीटीआई के निदेशक प्रो. मुकेश कुमार सिंह की देखरेख में पीएचडी छात्र आशुतोष पांडेय ने बैक्टीरिया से सेलुलोज तैयार किया है। आशुतोष ने बताया कि लंबे शोध के बाद बैक्टीरिया एसिटो बैक्टर जाइलिनम से सेलुलोज तैयार किया है। इस बैक्टीरिया से बने सेलुलोज में किसी बैक्टीरियल प्रभाव नहीं पड़ता है। इस सेलुलोज को एक पट्टी के ऊपर लगाया जाएगा। जिसे जले हुए घाव को ढककर इंफेक्शन से पूरी तरह सुरक्षित रखा जा सकेगा।
यह सेलुलोज 100 फीसदी शुद्ध है। जबकि बाजार में उपलब्ध अन्य प्राकृतिक या बने हुए सेलुलोज अधिकतम 95 फीसदी शुद्ध रहते हैं। छात्र आशुतोष ने बताया बाजार में कई सेलुलोज से बनी पट्टियां आती हैं। जिसे झुलसे मरीज के घाव पर लगाया जाता है। फिर एंटीबायोटिक दवा देकर इंफेक्शन के खतरे से बचाया जाता है। तब ख्याल आया कि क्यों न ऐसा कोई सेलुलोज तैयार किया जाए, जिससे आग से जले मरीजों में इंफेक्शन का खतरा रुक सके।