चमड़े का प्रमुख केंद्र है कानपुर
उत्तर भारत में यूपी की बात करें तो कानपुर, उन्नाव, आगरा, लखनऊ, मेरठ, हापुड़ चमड़ा उत्पादन और उसके प्रसंस्करण के बाद उत्पाद तैयार करने के बड़े केंद्र हैं। बिहार के मंख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कानपुर के चमड़ा करोबारियों को अपने यहां आने का न्योता देकर एक तीर से कई निशाने लगा दिए हैं। वेंटीलेटर पर चल रही टेनरियों को नई जान आएगी तो वहीं 2019 में सीएम योगी आदित्यनाथ को दिए गए लक्ष्य को पूरा कराने के लिए नीतीश कुमार पूरा जोर लगाएंगे। बिहार सरकार के प्रमुख सचिव एस सिद्धार्थ ने कानपुर के चमड़ कारोबारियों को अपने यहां टेनरी लगाए जाने का न्योता दिया है, जिसे कारोबारियों ने स्वीकार कर लिया है। अगस्त माह में प्रमुख सचिव कानपुर आ रहे हैं और टेनरी संचालकों के साथ बैठक करेंगे और जमीन के साथ अन्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए उनके साथ चर्चा करेंगे।
बिहार में दहाड़ेगा कानपुर का चमड़ा
रिजनल चेयरमैन जावेद इकबाल ने बताया कि बिहार के मुख्यसचिव के कानपुर आने पर यहां के साथ-साथ वहां के चमडा़ उद्योग को भी फाएदा होगा। राज्य में फाबरीसगंज, मुजफ्रनगर, अररिया के कई इलाकों में चमड़े का उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है। पहले वहां से कच्चा माल कानपुर आता था, लेकिन ज्यादा डिमांड नहीं होने के चलते उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है। कानपुर के कारोबारियों के वहां जाने से उनके बनाए सामान की क्वालटी के साथ कीमत भी अच्छी मिल जाएगी। जावेद इकबाल ने बताया कि बिहार के प्रमुख सचिव ने सचिवालय में इसके लिए अगल से विभाग के निर्माण के निर्देश दिए हैं। जहां पर इस कारोबार से जुड़े उद्योगपति वहां जाकर जो समस्याएं आएंगी उनका रास्ता निकालेंगे।
कानपुर में चार सौ टेनरियां थीं
जाजमऊ और उन्नाव के बन्थरा में कर्द साल पहले लेदर इंडस्ट्री की नीव पड़ी। जाजमऊ में 400 के आसपास छोटी बड़ी टेनरियां हैं, जहां पर बड़े पैमाने पर चमड़े का उत्पादन किया जाता है। लेकिन योगी सरकार के निर्णय के चलते लेदर कारोबार बड़े पैमाने पर प्रभावित हुआ है। करीब 40 पर्सेंट मजदूर घर लौट गए हैं, 50 पर्सेंट तक बिजनेस घट गया और अब इन नियमों से तो पूरी इंडस्ट्री बर्बादी के कगार पर आ गई थी, लेकिन केंद्र सरकार के साथ ही अन्य राज्यों की सरकारों ने कानपुर के चमड़े को पहचाना और अपने यहां आने का आमंत्रण दे रही हैं। एक्सपोर्टर असद ईराकी ने बताया कि नाइकी, गुची, लुई विटॉन, बीइंग ह्यूमन, बाटा, रेड टेप और रेड चीफ जैसे बड़े ब्रैंड कानपुर पर आश्रित हैं। केंद्र सरकार ने 26 हजार करोड़ का पैकेज देकर फिर से इन्हें खड़ा कर दिया। अब बंगाल के बाद बिहार में कानपुर का जूता अपनी पहचान बिखेरगा।
घाटमपुर में भरी थी हुंकार
बिहार के सीएम नितीश कुमार विधानसभा चुनाव 2017 में कुर्मी बाहूल्य सीट घाटमपुर में हुंकार भरी थी। चुनाव से पहले नीतीश कुमार ने रैली कर भाजपा के अंदर खलबली मचा दी थी। रैली में हजारों की संख्या में लोग उन्हें सुनने के लिए आए थे। घाटमपुर के अलावा जहानाबाद, बिन्दकी, सिंकदरा और खागा विधानसभा क्षेत्रों से लोग नतीश कुमार को सुनने के लिए आए थे। उस वक्त नीतीश कुमार पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा पर जुबानी हमला बोल समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को जिताने की अपील की थी। भाजपा नगर अध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी ने कहा कि नीतीश कुमार बेदाग चेहरा हैं और लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी हाईकमान से मांग कर इनकी कई रैलियां कानपुर के साथ ही आसपास के जिलों में करवाई जाएंगी। जेडीयू नगर उपाध्यक्ष ने कहा कि कानपुर का जूता बिहार में बिकेगा तो वहीं सीएम नीतीश कुमार यूपी में कमल खिला कर पीएम नरेंद्र मोदी को दोबारा सत्ता में वापस लाएंगे।