दरअसल बीते दिन झींझक रेलवे फाटक करीब आधा घंटे तक न खुलने के कारण फाटक के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लगी थी। जैसे ही 11 बजकर 25 मिनट पर गेटमैन शैलेन्द्र कुमार ने फाटक खोला तभी पहले निकलने के चक्कर में एक साथ कई वाहन पटरियों पर पहुंच गए और पटरियों पर जाम जैसी स्थित बन गई। कुछ ही वाहन निकल पाए थे कि तभी 11 बजकर 28 मिनट पर डाउन की एम्पटीबॉक्स मालगाड़ी आ गई। चालक ने लाल सिग्नल देखा तो ट्रेन को आउटर सिग्नल के पास रोक लिया। गेटमैन ने पटरियों पर फंसे वाहनों को हटवाकर फाटक बंद किया। इसके बाद 11 बजकर 35 मिनट पर ट्रेन को रवाना किया जा सका। स्टेशन अधीक्षक झींझक वेद प्रकाश ने बताया कि पटरियों पर वाहन फंसने के कारण शाम 11 बजकर 28 मिनट से 11 बजकर 35 मिनट तक करीब सात मिनट तक डाउन की एम्पटीबॉक्स मालगाड़ी खड़ी रही थी। फाटक बंद होते ही ट्रेन को रवाना किया गया।