भाजपा नेताओं की शिकायत पर पुलिस ने 22 व्यापारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।
कानपुर। भाजपा कार्यसमिति की बैठक के दिन जीएसटी के खिलाफ शहर के व्यापारियों ने प्रदर्शन किया था। इस दौरान उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के पोस्टर और बैनर लेकर धरना देते हुए उनकी तुलना North Koria के तानाशाह किम जोंग से की थी। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए Hoardings को हटवाया था। भाजपाई को जब इसकी भनक लगी तो उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस के अलाधिकारियों से की। जिसके चलते पुलिस ने 22 कारोबारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर Hoardings लगाने वाले एक मजदूर को अरेस्ट कर जेल भेज दिया। आरोपी व्यापारी के परिजनों ने बताया कि हमारे पास दस के सिक्के की करेंसी लाखों में पहुंच गई है और हमने रिजर्ब बैंक के साथ ही डीएम को इस मामले से अवगत करा दिया था। बावजूद हम नहीं निकला तो हमारे सामने सरकार तक बात पहुंचाने का एक ही यही रास्ता बचा था। लेकिन मोदी सरकार ने तानाशाही रवेया अख्तियार कर निर्दोष व्यापारियों के खिलाफ गंभीर धराओं में एफआईआर दर्ज की है जो सरासर गलत है।
भाजपा बैठक के दौरान लगाए थे बैनर-पोस्टर भाजपा कार्यसमिति की बैठक भौंती के पीएसआईटी कॉलेज में चल रही थी। यहां यूपी के सीएम अपनी पूरी कैबिनेट के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय निकाय चुनाव सहित अन्य मुद्दों को लेकर बैठक कर रहे थे। वहीं गोविंदनगर थानाक्षेत्र के चावला मार्केट व बर्रा इलाके में व्यापारियों ने जीएसटी व सिक्कों को लेकर विरोध कर रहे थे। कुछ व्यापारियों ने पीएम मोदी की तुलना North Koria के तानाशाह किम जोंग से कर शहर के कई इलाकों में Hoardings लगाई हुई थीं। जिनमें एक तरफ किम जोंग उन को यह कहते हुए दिखाया गया है, ‘मैं दुनिया को मिटा कर दम लूंगा’ और दूसरी तरफ पीएम मोदी का यह कहते हुए फोटो लगा है, ‘मैं व्यापार को मिटा कर दम लूंगा’। एक अन्य पोस्टर में मोदी से कहा गया है कि ‘रेजगारी का आपातकाल, मोदी जी रेडियो पर अपने मन की बात में बताएं कि हम ये सिक्के कहां चलाएं’। एक अन्य बैनर में लिखा था कि ‘व्यापारियों की मजबूरी हम व्यापारी हैं, हमें भी जीने और अपने परिवार को पालने का अधिकार है मोदी जी। पुलिस और नगर निगम के कर्मचारियों ने होर्डिंग्स को हटा दिया और भाजपा नेताओं की शिकायत पर पुलिस ने 22 व्यापारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।
इसलिए लगाई हार्डिंग्स केंद्र सरकार द्वारा पहले नोट बंदी, जीएसटी और फिर बढती रेजगारी ने व्यापारियों का जीना ***** कर दिया है। इससे नाराज नाराज विभिन्न व्यापारी संगठनो खुदरा किराना व्यापार संघ ,साइकिल पार्ट्स मैनुफैक्चरिंग एसोशियेशन के साथ मिलकर व्यापारी नेता राजू खन्ना ने पूरे शहर में हजारो स्थानों पर यह होर्डिंग लगवाई है ।जब यह होर्डिंग गोविन्द नगर थाना क्षेत्र में सूरज नाम का कर्मचारी होर्डिंग लगा रहा था तभी स्थानीय लोगो की सूचना पर पहुची पुलिस ने इसे बड़ी मात्रा में होर्डिंग पोस्टर के साथ पकड़ लिया। होर्डिंग में लिखा हुआ है कि हाय रेजगारी ने मार डाला डाला व्यापारियों की भूल कमल का फूल ,रेजगारी का आपात काल न बैंक ले ,ना भिखारी रेजगारी ले सिर्फ व्यापारी। इस होर्डिंग में प्रधानमंत्री की तुलना तानाशाह किम जोंग से की गई है।
नहीं सुन रही मोदी सरकार, इसलिए लगाए बैनर व्यापारी राजू खन्ना के मुताबिक प्रधानमन्त्री
नरेन्द्र मोदी ने व्यापारियों को कही भी नही छोड़ा है। उन्होंने व्यापारियों को ख़त्म करने की कसम खाई है इस लिए हमने होर्डिंग और पोस्टर के माध्यम से अपना आक्रोश व्यक्त किया था। इन्होने पहले नोट बंदी की जिसने व्यापारियों की कमर तोड़ दी इसके बाद एक साल के भीतर ही जीएसटी लगा दी जिसने तो मुंह का निवाला ही छीन लिया। इसके बाद रेजगारी जिसमे 5 के व् 10 के सिक्के बैंक भी लेने को तैयार नही है। अब इस स्थिति में हम लोग कैसे व्यापर करे हमारी बात कोई सुनने को तैयार नही है। आखिर हम व्यापर करे तो कैसे करे इस लिए मैंने व् मेरे साथ कई व्यापर संघठनो ने मिलकर इसका विरोध करने का फैसला किया ताकि सरकार हमारी इन समस्याओ की तरफ
ध्यान दे।
नहीं मनाएंगी दिवाली व्यापारी राजेश गुप्ता ने बताया कि मिठाई व्यापारियों, प्रिंटिंग प्रेस मालिकों, किराना दुकान मालिकों और डेयरी मालिकों सहित वैसे सभी व्यापारी, जिनके पास नोटबंदी से पहले तक 30-40 कर्मचारी काम करते थे, उनके पास सिर्फ 10 या उससे भी कम श्रमिक काम कर रहे हैं। किरण व्यापार मंडल के अध्यक्ष गोपाल सरदाना ने कहा कि कई व्यापारी संगठन आने वाले दिनों में सरकारी नीतियों के खिलाफ आंदोलन की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा, “अपना विरोध दर्ज कराने के लिए हम फूल बाग में गांधी प्रतिमा पर सामूहिक रूप से सिक्कों को फेकेंगे।“उनमें से एक व्यापारी ने कहा कि उनमें से कई लोग अगले सप्ताह दिवाली नहीं मनाएंगे। वही एसपी साउथ ने बताया कि इस मामले में यूपी स्पेशल पावर्स एक्ट की धारा 32 (3), आईपीसी की धारा 153 ए और 505 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।