विपक्ष के साथ दिखा शहर
कांग्रेस के साथ ही विपक्षी दलों के भारत बंद का उत्तर प्रदेश के औधोगिक शहर कानपुर में भी असर दिखा। सुबह से अधिकतर बड़ी बाजार बंद थे। दुकानों के बाहर शटर पड़े मिले तो इंड्रस्ट्री इलाकों में फैक्ट्रियों की चिनमियों से धुंआ नहीं निकला। कांग्रेस, सपा, बसपा के अलावा लेफ्ट के सभी बड़े नेता सुबह से सड़कों और बाजारों में दिखे। जो दुकानें खुली मिलीं उन्हें हाथ जोड़कर बंद करवाया। जबकि शहर के सभी इलाकों में पुलिस, पीएसी और अर्धसैनिक बल के जवान चप्पे-चप्पे पर नजर आए। साथ ही डीएम विजय विश्वा सपंत, एसएसपी अनंत देव पुलिस फोर्स के सुबह से सड़क पर मौजूद हैं और नेताओं की हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं। डीएम ने साफ तौर पर कहा है कि अगर किसी ने कानून अपने हाथ में लिया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पूर्व मंत्री श्रीप्रकाश गरजे
सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ पूर्व मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल सुबह ही घर से निकल कर सड़क पर आ गए और नवीन मार्केट पहुंच गए। यहां कुछ दुकानदार दुकानें खोले हुए थे। पूर्व मंत्री ने उनसे निवेदन कर दुकान बंद करवाई और अपने साथ लेकर चल पड़े। इसी दौरान उन्हें पता चला कि थोक बाजार खुला है तो वो लाव-लश्कर के साथ लकरमंडी पहुंचे और बाजार को बंद करवाया। इस मौके पर पूर्व मंत्री श्रीप्रकाश जासयवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साढ़े साल के कार्यकाल के दौरान झूठ बोल कर जनता के साथ छह किया है। पेट्रोल, डीजल, केरोसिन, जीएसटी, नोटबंदी और राफेल डील में जमकर पैसे का बंदरबांट कर जनता के पैसे का दुरूपयोग किया है। कांग्रेस अब मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल कर सेकुलर सोचवालों के साथ मिलकर सरकार बनाएंगी।
पूर्व मंत्री शुक्ला भी सड़क पर
पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्ला रविवार को कानपुर आ गए थे और सोमवार की सुबह अपने कार्यकर्ताओं के साथ कानपुर गलियों में जा-जा कर दुकानें बंद करवाई और लोगों को साथ लेकर मोदी सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला ने कहा कि भारत बंद में 21 विपक्षी पार्टियों का समर्थन मिला हुआ है। 2014 में मोदी जी ने कहा था की हम पेट्रोल 40 रुपये में और डीजल 30 रुपये में बेचेंगे लेकिन पेट्रोल अब 80 के पार चला गया है। महंगाई अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुकी है। मोदी सरकार में अर्थ व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गयी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के दौरान देश के कुछ बड़े उद्योगपतियों के दिन जरूर अच्छे आए हैं, जबकि 125 करोड़ जनता 2014 से अच्छे दिनों का इंतजार कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल के दौरान रूपए की हालत दयनीय स्थित में पहुंच गई है। मोदी सरकार के गैर जिम्मेदारा निर्णयों के चलते गरीब को दो वक्त की रोटी के लाले पड़े हैं।
कानून हाथ पर लेने वालों को भेजेंगे जेल
कानपुर में ला एंड ऑर्डर ना बिगड़े इसके लिए पुलिस प्रशाशन व्यापक इंतजाम किये गए है । एसएसपी अनंतद देव का कहना है कि हमने नेताओं से साफ तौर पर कह दिया है कि व्यापारियों, दुकानदारों और आमशहरी से जोर जबरदस्ती न करें। जो लोग भारत बंद को सफल बनाने में लगे हुए है वो कानून अपने हाथ में ना लें। अगर कोई जबरदस्ती दुकाने बंद कराने के साथ ही रोड जाम करने का प्रयास करता है तो उसपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उसे पकड़ कर जेल भेजा जाएगा। पूरे कानपुर नगर में हर जगह पर एसडीएम और पुलिस फ़ोर्स तैनात की गयी है। डीएम और एसएसपी के अलावा एसपी, तेज-तर्राक इंस्पेक्टरों को चौराहों और बाजारों में तैनात किया गया है।