कानपुर

वंदना मिश्रा ने एक बार फिर दिया भाजपा को करारा जवाब, नहीं थी किसी को उम्मीद

वंदना मिश्रा ने एक बार फिर दिया भाजपा को करारा जवाब, नहीं थी किसी को उम्मीद

कानपुरNov 14, 2017 / 04:47 pm

Ruchi Sharma

vandana singh

कानपुर. नगर निकाय चुनाव अपने चरम पर है। राजनीतिक दलों के नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा कर चुनाव फतह करने के लिए जुटे हैं। वहीं मेयर पद पर कांग्रेस के टिकट से चुनाव के मैदान पर उतरीं वंदना मिश्रा भी जनता के बीच जाकर अपना और पार्टी की विजन उन्हें बताकर वोट देने की अपील कर रही हैं। वंदना मिश्रा डीपीएस स्कूल के वाइस चेयरमैन हैं और सप्ताह में पांच दिन बच्चों के साथ बिताती हैं। वंदना गरीब और बेहसहारा बच्चों के लिए नि:शुल्क में एक अलग से क्लास चलाती हैं और हरदिन उन्हें पढ़ाती हैं। पत्रिका से खास बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि इस वक्त भाजपा चुनाव जीतने के लिए हर हथकंडा आजमा रहे हैं। झूठ के बल पर सत्ता पर बैठे भाजपाई विकास की जगह नफरत फैला कर अपनी सियासत चमका रहे हैं। जनता ने चित्रकूट में इन्हें सबक सिखा दिया है और 2017 दिसंबर के बाद इनकी उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी।

गणित से प्रथम श्रेणी में किया था परास्नातक
वंदना मिश्रा ने पीपीएन कॉलेज से 1986 में गणित से परास्नात परीक्षा प्रथम श्रृणी में उत्तीर्ण की थी। वंदना डीपीएस की चेयरपर्सन के साथ ही विद्या भवन फॉर इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी की सचिव भी हैं। वंदना कांग्रेस के कद्दावर नेता आलोक मिश्रा की पत्नी हैं और इनके एक बेटी और एक बेटी है। बेटा देववृत मिश्रा अर्किनर्सा यूनिवर्सिटी अमेरिका सक एमबीए कर रहा है तो बेटी उर्वशी इटली के फ्लोरेंस पॉलीमोडा इंस्टीट्यूट में मास्टर्स के लिए अध्ययनरत हैं। वंदना ने बताया कि हमारा परिवार शिक्षा के क्षेत्र में पिछले तीन दशकों से जुड़ा है। मेयर का चुनाव जीतने के बाद हमारा पहला काम कानपुर में शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए होगा। गरीब बच्चों के स्कूल खुलवाए जाएंगे, जहां उन्हें अच्छी शिक्षा मिल सके।
बच्चों को शिक्षा के साथ रोजगार के लिए देती हैं टिप्स

वंदना मिश्रा खुद पढ़ी लिखी हैं और इसी के चलते उन्होंने घर के बजाय स्कूल में समय देनी की ठानी। वंदना ने बताया कि हम सप्ताह में पांच दिन डीपीएस के साथ-साथ सरकारी स्कूलों में जाकर बच्चों को पढ़ाते हैं। गली मोहल्ले में अगर कोई बच्चा कॉपी की जगह काम करता मिलता है तो उसे स्कूल पहुंचाते हैं। वंदना ने एक किस्से का जिक्र करते हुए बताया कि पांच साल पहले हम अपने डीपीएस स्कूल जा रही थीं, तभी हमारी नजर भीख मांग रहे बच्चों पर पढ़ी। हम कार से उतर कर उनके पास गई और उनका पता पूछकर दूसरे दिन बच्चों के घर जा पहुंची। वो गोविंद नगर की बस्ती थी, जहां सैकड़ों बच्चे स्कूल की जगह भीख या अन्य रोजगार कर अपना पेट भर रहे थे। दस बच्चों को अपने स्कूल में एडमीशन दिलवाया और दो दर्जन बच्चों को सरकारी स्कूल भिजवाया। वंदना ने बताया कि अभी तक पांच हजार बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा देकर उन्हें काबिल बनाया है।
प्रचार से पहले बच्चों के साथ मनाया बाल दिवस

वंदना मिश्रा सोमवार को अपने व्यस्त चुनावी कार्यक्रम के बीच सुबह समय निकाल कर मालरोड पहुंची। यहां उन्होंने बच्चों के साथ बातचीत की, उन्हें किताबें और खिलौने के साफा गुब्बारे दिए। इस मौके पर वंदना ने बताया कि वो पिछले पंद्रह सालों से बाल दिवस के मौके पर गरीब बच्चों के बीच जाकर उन्हें उपहार और शिक्षा के साथ जुड़ने के लिए प्रेरित करती हैं। वंदना ने कहा हम कांग्रेसियों के खून में समाज की सेवा कूट-कूट कर भरी है। हां कुछ लोग फोटो खिंचवाने के चलते अक्कर ड्रामा कर वाहवाही लूटते हैं, वहीं हम चुपचाप समाज के लिए जमीन पर रहकर काम करते हैं। विरोधी दलों के हाउस व्वाइफ के जवाब में वंदना ने कहा हां हम मां हैं और अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दिए हैं, वहीं विरोधी बताएं उन्होंने क्या किया है।
भाजपा को सता रहा हार का भय

वंदना मिश्रा ने भाजपा पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि सत्ता के नशे में बैठे भाजपाई चुनाव जीतने के लिए झूठ का सहारा ले रहे हैं। भाजपा को हार का डर सता रहा है और इसी के चलते हमारे खिलाफ झूठा आरोप लगाकर वाहवाही लूट रहे हैं। पिछले तीन बार से कानपुर में भाजपा का मेयर है। ये बताए कि इन्होंने शहर के लिए क्या किया है। बहू, बेटियां परेशान है, सड़कें, स्वास्थ्य सहित अनेक समस्याओं से लोग परेशान हैं। वंदना ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ के गृहनगर में दर्जन बच्चों की मौत हो गई, लेकिन उन्होंने अफसोस जताने के अलावा क्या किया। किन-किन दोषियों पर कार्रवाई की। कानपुर के पूर्व मेयर द्रोण बताएं की उन्होंने पांच साल में कितने काम किए। जनता इनसे सवाल कर रही है और इसी से बचने के लिए भाजपाई कांग्रेस पर मनगढन्त आरोप लगाकर चुनाव जीतना चाहते हैं।
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