कांग्रेस पर्यवेक्षक राजीव शुक्ल ने तिलक हॉल में विधानसभा वार कांग्रेसियों से राय-मशविरा किया। पर्यवेक्षक के सामने ही कांग्रेसियों की गुटबाजी भी सामने आ गई। पर्यवेक्षक से मिलने से पहले ही दावेदार गुटों में बंटकर बैठक करते रहे। उन्होंने गोविन्द नगर, सीसामऊ और आर्य नगर विधानसभा के कांग्रेसियों और फ्रंटल नेताओं से अलग-अलग कमरे में मंत्रणा की। सभी से वार्ड और बूथ कमेटी की स्थिति जानी। चुनावी तैयारी पर संगठन के बारे में सवाल किए।
बैठक के दौरान ही किदवई नगर विधानसभा के कांग्रेसियों ने अपने नेता के पक्ष में जमकर नारेबाजी की। पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल और उनके समर्थकों की भीड़ भी आ गई तो उनके समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी। इसी के जवाब में मदन मोहन शुक्ल के कुछ समर्थकों ने भी नारेबाजी चालू कर दी। पार्षदी का चुनाव हार चुके अरूणेश निगम, मोहित दीक्षित और निर्मल गुप्ता ने टिकट में पार्टी के प्रतिबद्ध नेता को तरजीह देने की वकालत की।
पर्यवेक्षक ने कांग्रेसियों को साफ कर दिया कि वे टिकट के बारे में कोई बात नहीं करेंगे। टिकट का फैसला हाईकमान करेगा। सिर्फ पार्टी की तैयारियों की ही बात होगी। पर्यवेक्षक राजीव शुक्ला ने कहा कि राहुल और प्रियंका गांधी ने हर सीट पर सभी कांग्रेसियों की राय लेने का क्रम शुरू कराया है। हाईकमान जिसका नाम तय करे उसे पार्टी को एकजुट होकर संसद पहुंचाना होगा।