चुनाव के बाद पलट सकती मायावती
आचार्य ने कहा कि समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने भारत की संसद में स्वयं कहा कि मैं मोदी जी को प्रधानमंत्री बनते हुए दोबारा देखना चाहता हूं। तो फिर चुनाव लड़ने का नाटक क्यों? समाजवादी पार्टी व बसपा दोनों ही अमित शाह व भाजपा के एजेंट है। सपा बसपा सेक्युलर वोटों का विभाजन कर रहे हैं और इसका सीधा फाएदा भाजपा को हो रहा है। प्रदेश की जनता को मायावती के पूराने रिकार्ड को देखना चाहिए। सीटें मिलनें के बाद वो पाला बदल सकती हैं।
संतों की होगी जनसभा
आचार्य ने बताया कि कानपुर में जल्द ही एक बड़ी जनसभा का आयोजन श्रीप्रकाश जायसवाल के समर्थन में होगी, जिसमें देश के हजारों संत शामिल होंगे। आचार्य ने भाजपा को धोखेबाज पार्टी बताए हुए कहा कि इन्होंने संत समाज के साथ छल किया है।। तब देश में अटल बिहारी वाजपेई की सरकार बनी थी, तब उन्होंने वादा किया था जिस दिन संसद में हमारे पास बहुमत आ जाएगा हम अयोध्या में मंदिर का निर्माण करवा देंगे। पांच साल तक मोदी सरकार पूर्ण बहुमत के साथ सरकार चलाई, लेकिन राममंदिर के निर्माण मे रूचि नहीं दिखाई।कहा, अब भाजपा की दोहरी नीति नहीं चलेगी। जो राम को धोखा दे सकता है, तो वो राष्ट्र का क्या होगा।
कांग्रेस करती है वादे पूरे
आचार्य ने भाजपा ने पांच साल पहले जो वादे किए थे, वो एक भी पूरे नहीं हुए। गंगा, राममंदिर, रोजगार, कालाधन और पंद्रह लाख अभी तक किसी को नहीं मिला। वहीं कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में छत्तीसगढ़ में जो वादे किए थे, वो शपथ के बाद 10 दिन के अंदर पूरे किए। 2019 के घोषणापत्र में जो वादे किए गए हैं वो सौ फीसदी पूरे किए जाएंगे। कहा, भारत के संत हमेशा भाजपा के साथ रहे। यह पहला ऐसा चुनाव है जिसमें देश का राष्ट्र राष्ट्र प्रेमी संत कांग्रेस का समर्थन कर रहा है। इसलिए कि बीजेपी ने धर्म और राष्ट्र के नाम पर इस देश को धोखा दिया है।