विधायक के इशारे पर पुलिस करती काम
कांग्रेस अध्यक्षता ने कहा कि उन्नाव का विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का पूरे जिले में बोलबाला है। उसके इशारे पर पुलिस-प्रशासन काम करता था। पीड़िता ने न्याय के लिए पुलिस की चैखट पर नाक रगड़ी। जब इंसाफ नहीं मिला तो मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह का प्रयास किया। बावजूद प्रदेश की योगी सरकार हाथ पर हाथ रखे बैठी रही। जिसका फाएदा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने उठाया और थाने के अंदर पीड़िता के पिता की हत्या करवा दी। दो साल तक विधायक जेल में रहते हुए पीड़िता के परिवार को परेशान करता रहा। पीड़िता ने सुरक्षा की गुहार लगाई, पर किसी ने उसकी फरियाद नहीं सुनी। और एक साजिश के तहत सड़क हादसे में उसे मारने का प्रयास किया गया।
दुष्कर्म पीड़िता ने दी जान
शबनम ने बताया कि कानपुर की एक बेटी के साथ दरिंदों ने 13 जुलाई को दुष्कर्म किया। पीड़िता ने मुकदमा दर्ज कराया, लेकिन योगी की पुलिस जांच के नाम पर आरोपियों को गिरफ्तार करने के बजाए उन्हें संरक्षण देती रही। आरोपी पीड़िता व उसके परिजनों को मारने की धमकी देते रहे, पर पुलिस नहीं जागी। न्याय नहीं मिलने के चलते बेटी ने 9 अगस्त को फांसी लगाकर जान दे दी। बेटी की मौत के बाद भी पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया।
तो एसएसपी के घर के बाहर धरना
शबनम ने कहा कि यदि 7 दिनों के अंदर कानपुर पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करती तो एसएसपी अनंत देव तिवारी के आवास के बाहर कांग्रेसी कार्यकर्ता बेमियादी धरने पर बैठ जाएंगे। शबनम ने कहा कि प्रदेश में बेटियां असुरक्षित हैं। पुलिस बेकसूर लोगों का एनाकउंटर कर वाहवाही लूट रही। प्रदेश की कुर्सी पर बैठने के बाद योगी आदित्यनाथ ने एंटी रोमियो दस्ते का गठन किया था। लेकिन वह सड़क पर नहीं दिखता। कानपुर में एक माह के दौरान दो दर्जने दुष्कर्म के मामले सामने आए हैं। ऐसे में शासन-प्रशासन को जवाब देना चाहिए।