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कानपुर

बैलगाड़ी पर सवार होकर पहुंचे कांग्रेसी, गुजरात हिंसा के पीछे बीजेपी की सजिश

पूर्व सांसद राजाराम पाल ने कहा कि पीएम मोदी और गुजरात के सीएम के चलते मारे जा रहे हैं यूपी व बिहार के लोग, नहीं सुधरे हालत तो बैलगाड़ी पर सवार होकर जाएंगे गांधीनगर

कानपुरOct 10, 2018 / 11:26 am

Vinod Nigam

congress worker protest against atrocities on north indians in gujarat

बैलगाड़ी पर सवार होकर पहुंचे कांग्रेसी, गुजरात हिंसा के पीछे बीजेपी की सजिश

कानपुर। यूपी और बिहार के लोगों साथ गुजरात में की जा रही हिंसा के विरोध में कांग्रेसियों ने मंगलवार को जुलूस निकालकर विरोध जताया। जुलूस पार्टी कार्यालय तिलक हॉल से शुरू होकर कोतवाली चौराहे तक गया। इस दौरान पूर्व सांसद राजाराम पाल बैलगाड़ी पर सवार होकर कमिश्नर दफ्तर की तरफ बड़े, जिन्हें पुलिस ने पहले ही रोक लिया। इसी के चलते कांग्रेसी खासे नाराज होकर नारेबाजी शुरू कर दी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गुजरात के मुख्य मंत्री विजय रूपानी का पुतला फूंका गया। इस मौके पर पूर्व सांसद राजाराम पाल ने कहा कि केद्र की मोदी सरकार साढ़े चार साल के कार्यकाल के दौरान पूरी तरह से बिफल रही है। पांच राज्यों में चुनाव होने हैं और वहां के लोगों का ध्यान भटकानें के लिए गुजरात में हिंसा कराई जा रही है, जिसकी हम घोर निंदा करते हैं। पूर्व सांसद ने कहा कि यूपी के लोग दिलवाले हैं और दूसरे राज्य से आने वाले नेताओं को संसद का सदस्य बना देते है, लेकिन यहां से वहां पर जाता है तो उनके साथ हिंसा की जाती है, जिसकी कांग्रेस पार्टी घोर निंदा करती है।

क्या है पूरा मामला, क्यों कांग्रेस खफा ?
गुजरात के साबरकांठा जिले में 14 महीने की बच्ची के साथ कथित तौर पर बलात्कार के आरोप में बिहार के युवक की गिरफ्तारी के बाद राज्य के कई जिलों में यूपी और बिहार के प्रवासियों को मुख्य रूप से निशाना बनाकर मारपीट की जा रही है। उनपर न केवल हमले किए जा रहे है बल्कि उन्हें राज्य छोड़कर जाने के लिए भी कहा जा रहा है। यही कारण है कि अब तक उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश के रहने वाले हजारों लोग पलायन कर चुके हैं। इस सिलसिले में अबतक 342 लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। इसी बीच कांग्रेस के पूर्व सांसद राजाराप पाल ने उत्तर भारतीयों के पलायन के लिए पीएम मोदी और गुजरात के सीएम को आड़े हाथ लिया लिया है। पूर्व सांसद ने कहा की गुजरात में लोगों को पीटा जा रहा है पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौन है। यह पूरा खेल भाजपा पांच राज्यों में होने वाले चुनाव में जनता का ध्यान भटकाने के लिए किया है। हम वहां की सरकार से मांग करते हैं कि आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही जिन्हें बेघर किया गया है उन्हें मुआवजा दिया जाए।

निर्दोषों को किया जा रहा बेघर
राजाराम पाल ने ने कहा कि जिस गुजरात ने देश को महात्मा गांधी जैसा महापुरुष दिया, जिसने शांति और अहिंसा का संदेश दिया। सरदार पटेल जैसा सपूत दिया उसी गुजरात में निर्दोषों को बेघर किया जा रहा है। इसके बावजूद न तो प्रधानमंत्री, न गुजरात के मुख्यमंत्री और न ही भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह कुछ बोल रहे। पूर्व सांसद ने कहा कि किसी एक के किए की सजा पूरे उत्तर भारतीयों को मिले, ये ठीक सोच नहीं है। यूपी और बिहार के जिन लोगों की वजह से गुजरात समृद्ध है, वहां उनके श्रम को नजरअंदाज करते हुए उन पर हमले किए जा रहे हैं। पता नहीं होता किस बात पर कब, कौन, कहां से आकर मारने लगे। इसी भय की वजह से अकेले रहने वाले लोग गुजरात से पलायन कर रहे हैं। पूर्व सांसद ने कहा कि हमारे गांव के कुछ युवा सूरत से भागकर अपने घर पहुंचे और दर्दभरी कहानी बयां की।

रोक ली बैलगाड़ी, सौंपा ज्ञापन
कांग्रेस नेताओं ने गुजरात हिंसा के अलावा पेट्रोल-डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि, रसोई गैस के दाम बढऩे से घरों का बजट बिगडऩे और राफेल सौदे में धांधली का आरोप लगा नारेबाजी की। उन्होंने महंगाई के खिलाफ आवाज बुलंद रखने की बात कही है। इसके बाद बैलगाड़ी और तांगे पर सवार होकर नेता व कार्यकर्ता कमिश्नर कार्यालय पहुंचे। कांग्रेस कार्यकर्ता कमिश्नर कार्यालय का घेराव करना चाहते थे, इसलिए गेट पर पहले से ही बैरिकेडिंग लगाकर पुलिस बल मौजूद था। जैसे ही कांग्रेसी पहुंचे तो पुलिस बल ने उन्हें रोक दिया। बीस मिनट तक लगातार कोशिश के बाद भी पुलिस ने अंदर नहीं जाने दिया। इसके बाद सहायक आयुक्त पहुंचे, जिन्हें ज्ञापन देकर नारेबाजी करते हुए कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता वापस हो गए।

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