शहर में आया ऐसा पहला मामला
साइबर सेल के पास कानपुर में ऐसा पहला केस सामने आया है, जिसमें किसी महिला को बदनाम करने के लिए इस तरह की साजिश रची गई हो। महिला ने बताया कि उसने इस तरह की फोटो कभी खिंचाई ही नहीं। यह उसकी असली फोटो नहीं है, बल्कि छेड़छाड़ कर अश्लील फोटो बनाई गई है। उसने साइबर सेल को बताया कि यह फोटो कौन अपलोड करेगा और क्यों, उसे इसका कोई अंदाजा नहीं है। यह सब उसे बदनाम करने के लिए किया गया है।
साइबर सेल के पास कानपुर में ऐसा पहला केस सामने आया है, जिसमें किसी महिला को बदनाम करने के लिए इस तरह की साजिश रची गई हो। महिला ने बताया कि उसने इस तरह की फोटो कभी खिंचाई ही नहीं। यह उसकी असली फोटो नहीं है, बल्कि छेड़छाड़ कर अश्लील फोटो बनाई गई है। उसने साइबर सेल को बताया कि यह फोटो कौन अपलोड करेगा और क्यों, उसे इसका कोई अंदाजा नहीं है। यह सब उसे बदनाम करने के लिए किया गया है।
साइबर सेल ने गूगल से जानकारी मांगी
महिला की शिकायत पर तुरंत साइबर सेल हरकत में आया। सेल प्रभारी इंस्पेक्टर लान सिंह ने बताया कि जिस किसी ने भी महिला की फोटो वेबसाइट पर अपलोड की है, वह महिला को जानता है। उसकी फोटो सोशल मीडिया के जरिए हासिल कर उससे छेड़छाड़ की गई हो सकती है। जिस वेबसाइट पर फोटो डाली गई है वह विदेश से ऑपरेट होती है। इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि फोटो भारत से अपलोड की गई है या विदेश से।, इसकी जानकारी दो-चार दिन में मिल जाएगी। साइबर सेल की टीम आईपी एड्रेस आदि ट्रेस करने की कोशिश कर रही है। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
महिला की शिकायत पर तुरंत साइबर सेल हरकत में आया। सेल प्रभारी इंस्पेक्टर लान सिंह ने बताया कि जिस किसी ने भी महिला की फोटो वेबसाइट पर अपलोड की है, वह महिला को जानता है। उसकी फोटो सोशल मीडिया के जरिए हासिल कर उससे छेड़छाड़ की गई हो सकती है। जिस वेबसाइट पर फोटो डाली गई है वह विदेश से ऑपरेट होती है। इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि फोटो भारत से अपलोड की गई है या विदेश से।, इसकी जानकारी दो-चार दिन में मिल जाएगी। साइबर सेल की टीम आईपी एड्रेस आदि ट्रेस करने की कोशिश कर रही है। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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