scriptकोरोना के चलते लेट हो सकता है बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट | Corona virus and UP board exam result | Patrika News

कोरोना के चलते लेट हो सकता है बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट

locationकानपुरPublished: Mar 13, 2020 12:41:13 pm

कोरोना वायरस का असर बढ़ा तो मूल्यांकन बंद भी कर सकते हैं माध्यमिक शिक्षकशिक्षक संघ ने मूल्यंाकन केंद्रों पर बचाव और उपचार की व्यवस्था करने की मांग उठाई

कोरोना के चलते लेट हो सकता है बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट

कोरोना के चलते लेट हो सकता है बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट

कानपुर। इस बार यूपी बोर्ड परीक्षा के नतीजों पर भी कोरोना का खतरा मंडरा रहा है। उत्तरप्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में देरी से परीक्षा परिणाम का समय प्रभावित हो सकता है। 17 मार्च से शहर के छह सेंटरों पर चार हजार से अधिक परीक्षक इस काम में जुटेंगे। इस बीच, शिक्षक संघ ने डीआईओएस से कहा है कि कोरोना से बचाव की सेंटरों पर व्यापक व्यवस्था नहीं की जाती है तो वे मूल्यांकन नहीं करेंगे। अगर ऐसा हुआ तो रिजल्ट में देरी होना तय है, जिससे आगे का पूरा सत्र ही प्रभावित हो सकता है।
शहर में यहां होना है मूल्यांकन
कानपुर नगर के हर सहाय जगदंबा सहाय इंटर कॉलेज, डीएवी इंटर कॉलेज और राजकीय इंटर कॉलेज, चुन्नीगंज में इंटरमीडिएट और सरयू नारायण बाल विद्यालय, बीएनएसडी इंटर कॉलेज और एबी विद्यालय में हाईस्कूल की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन होना है। कुल 14 लाख कॉपियों के मूल्यांकन में हजारों शिक्षक शामिल होंगे। ऐसे में उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा की जिम्मेदारी बोर्ड की है।
करेंसी की तरह कॉपियों पर भी खतरा
इसी बीच वरिष्ठ शिक्षक नेता श्रीकांत द्विवेदी और रमाशंकर तिवारी ने कहा कि जब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया करेंसी को संक्रमण मुक्त कर सकता है तो कॉपियों को भी संक्रमण मुक्त करने की व्यवस्था होानी चाहिए। परीक्षकों को बचाव के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाए। कॉपियां एक-दूसरे के हाथों में पहुंचती हैं। ऐसे में मूल्यांकन से पहले पर्याप्त व्यवस्था की जानी चाहिए।
बचाव की व्यवस्था करायी जाए
माध्यमिक शिक्षक संघ (पांडेय गुट) के संयोजक शैलेंद्र द्विवेदी ने डीआईओएस से कहा है कि परीक्षक डरे हुए हैं। कॉपियां पूरे प्रदेश से आ रही हैं। इससे संक्रमण संभव है। हर सेंटर पर करीब एक हजार परीक्षक रहेंगे जो आसपास बैठेंगे। ऐसे में सेंटरों पर सेनेटाइजर की व्यवस्था करने, अतिरिक्त कक्ष खुलवाने और चिकित्सक की व्यवस्था करने की मांग की है। ऐसा न होने पर मूल्यंाकन कार्य प्रभावित हो सकता है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो