9 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी
एसएसपी अनंत देव तिवारी ने बताया कि गल्लामंडी के प्रवेश द्धार से लेकर मतगणना स्थल पर पुलिस मुस्तैद रहेगी। 9 सीसीटीवी कैमरों के जरिए निगरानी की जाएगी। बिना पास के किसी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। साथ ही मतगणना स्थल से पहले ही वाहनों को रोक दिया जाएगा। सिर्फ प्रत्याशियों के अलावा उनके प्रतिनिधियों को वाहने के साथ प्रवेश की अनुमति दी गई है।
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देरशाम से फोर्स तैनात
मतगणना स्थल के आपपास देरशाम से फोर्स तैनात कर दी जाएगी। इसके अलावा भीड़ को नियंत्रित करनें के लिए अर्धसैनिक बलों की अलग से टुकड़ियां रिजर्व पर रखी गई हैं, जो हंगामा होते ही तत्काल एक्शन में आते ही उपद्रवियों पर कार्रवाई करेंगी। एसएसपी ने बताया कि अराजकता रोकनें और अराजकतत्वों पर नकेन कसनें के लिए मतगणना स्थल के साथ ही आसपास सादे कपड़ों में पुलिस इंस्पेक्टरों को तैनात किया जाएगा। इसके साथ ही 13 क्वीआरपटी की टीम भी अलर्ट पर रहेगी। हर गतिविधि की जानकारी अलाधिकारियों को पहुंचाएगी।
मोबाइल के प्रवेश पर प्रतिबंध
चुनाव आयोग के पर्यवेक्षक संतोष कुमार गल्लामंडी जाकर सुरक्षा व्यवस्था परखी। उनके साथ डीएम विजय विश्वास पन्त और एसएसपी अनंत देव तिवारी भी मौजूद रहे। पर्यवेक्षक ने कहा कि बिना पास के कोई भी व्यक्ति मंडी परिसर के अंदर ने घुसने पाए। इसके अलावा मतगणना से जुड़े कर्मचारियों के लिए मोबाइल प्रतिबंधित रहेगा। पर्यवेक्षक ने सभी विधानसभाओं की टेबलों में अगल से पुलिसफोर्स लगाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही परिसर के आसपास फोटो खीचे जाने पर रोक लगा दी है।
83 एजेंट रख पाएंगे उम्मीदवार
डीएम विजय विश्वास पंत ने बताया कि मंडी परिसर में वाहन पार्किंग व्यवस्था नहीं दी गई है। जहां से पोलिंग पार्टियां रवाना हुई थीं वहीं पर पार्किंग रहेगी। डीएम के मुताबिक गल्ला मंडी में कंप्यूटर फीडिंग की टेस्टिंग हो गई। मतदेय कर्मियों ने मॉक फीडिंग करके देखा। कंप्यूटर और डेटा लाइन को चेक किया गया। डीएम ने बताया कि राजनीतिक पार्टियों के एजेंटों की संख्या निर्धारित हो गई है। कानपुर संसदीय सीट पर 83 और अकबरपुर सीट पर 68 लगेंगे। यह ईवीएम, आरओ, स्कैनिंग और पोस्टल बैलेट काउंटिंग के नजदीक रह सकेंगे।
पर्यवेक्षक रखेंगे नजर
डीएम ने बताया कि मतगणना शुरू होने से लेकर जुलूस प्रदर्शन तक पुलिस फोर्स सुरक्षा व्यवस्था संभालेगी। साथ ही खुफिया एजेंसियां भी अलर्ट रहेंगी। मतगणना के दौरान विवाद, अफवाह अथवा उम्मीदवारों के समर्थकों में झगड़े न हों, इसके लिए भी पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई है। चुनाव आयोग ने विधानसभावार प्रेक्षकों की नियुक्ति कर दी है। कानपुर में चार प्रेक्षक तैनात किए गए हैं। प्रत्येक के पास दो से तीन विधानसभाओं की जिम्मेदारी दी गई हैं। मतगणना के अंतिम समय तक प्रेक्षक मतगणना स्थल पर तैनात रहेंगे। चुनाव आयोग ने इस बार सामान्य प्रेक्षक के अलावा विधानसभावार प्रेक्षक तैनात किए हैं।