22 हैलट में थे भर्ती
दिल्ली से आए तबलीगी जमात के 22 सदस्यों को कानपुर की कई मजिस्दों से पुलिस ने पकड़ा था। इन्हें हैलट स्थित क्वारंटाइन वार्ड में रखा गया था। मेडिकल काॅलेज की प्राचार्य आरती लाल चंदानी ने बताया कि ये लोग पहले दिन से ही डाॅक्टरों के साथ अभद्रता करने लगे। एकसाथ बैठकर नमाज पढ़ने के अलावा अपने हाथों में थूककर उसे वार्ड की दीवारों और सीड़ियों में लगाते थे। डाॅक्टर चंदानी के मुताबिक इन्हें समझाने का प्रयास किया तो ये लोग और उग्र हो गए। महिलाकर्मियों के साथ भी जमातियों ने अश्लीलता की। जिसके बाद इन्हें यहां से मंधना स्थितरामा अस्पताल के क्वारंटाइन में रखा गया है।
मस्जिद से पाया गया था युवक
मछरिया खैर मस्जिद से पकड़े गए तबलीगी जमात में शामिल युवक को रामा मेडिकल कॉलेज के क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था।रविवार को लखनऊ एसजीपीजीआई से आई जांच रिपोर्ट में तबलीगी जमात के 33 वर्षीय युवक में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। दोपहर बाद कोरोना पॉजिटिव युवक को रामा मेडिकल कॉलेज से सरसौल सीएचसी में लाया गया। सीएचसी सरसौल में आते ही युवक ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया। मेडिकल टीम ने समझाने का प्रयास किया तो गालीगलौज करते हुए वह चिकित्सक पर थूंकने लगा। बमुश्किल मेडिकल टीम ने उसे आइसोलेशन वार्ड में पहुंचाया। जमाती ने कक्ष का कक्ष का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और बुलाने पर भी दरवाजा नहीं खोला। इससे सीएचसी में अफरा तफरी मच गई।
बुलानी पड़ी पुलिस
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने जमाती के उत्पात को देख पुलिस को सूचना दी। मौेके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हुए। अंत में जब चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि यदि दरवाजा नहीं खोला तो तुम्हारी शिकायत मुख्यमंत्री से कर देंगे। उन्होंने इलाज में परेशान करने वालों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई करने की बात कही है। इसके बाद उसने दरवाजा खोला और कहा-क्या होती है मौत, मुझे मौत से डर नहीं लगता। मुझे अपने घर मेरठ जाना है। आप किसी को ऐसे नहीं रख सकते। पुलिस की कड़ाई के बाद युवक शांत हुआ और उसे वार्ड के बेड में लिटाया गया।
56 जमातियों का चल रहा इलाज
कानपुर में 8 विदेशियों समेत कुल 56 जमातियों का तीन अस्पतालों में इलाज चल रहा है। ये सभी दिल्ली से लौटकर शहर की एक दर्जने मस्जिदों में छिपे बैठे थे। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद इन्हें पकड़ा गया। इसके अलावा इनके संपर्क में आने वाले 300 सौ से ज्यादा अन्य लोगों को होम क्वारंटाइन में 14 दिन के लिए रखा गया है। गुरूवार को 6 तो रविवार को एक और सोमवार को 2 जामातियों की रिपोर्ट लखनऊ से आई, जिसमें ये सभी कोरोना पाॅजीटिव पाए गए। कुल 43 लोगों के जंाच सैंपेल अभी तक भेजे जा चुके हैं। जिनमे ंसे 18 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
कुछ इस तरह से बोले जिम्मेदार
प्रचार्य आरती लाल चंदानी ने बताया कि जमात से जुड़े बीमार लोगों का इलाज पुलिस के पहरे में करना पड़ रहा है। पूरे मामले की जानकारी अलाधिकारियों को दे दी गई है। सीएमओ ने बताया कि यदि जमात के लोग सहयोग नहीं करते तो इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं सीएचसी प्रभारी एस एल वर्मा ने बताया कि इलाज में कोरोना संक्रमित युवक बिल्कुल सहयोग नहीं कर रहा है। अभद्रता और थूंकता है और कहता है इलाज नहीं खातिरदारी करो हमारी।