स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ सिंह का काफिला जैसे ही रूका, वैसे ही उनके चरणों को छूने के लिए कई भाजपाई आपस में भिड़ गए। मंत्री ने सभी को शांत कराया और सेल्फी दी। करीब साढ़े ग्यारह बजे गृहमंत्री के बेटे व विधायक पंकज सिंह परिसर में दाखिल हुए। वो कार समेत अंदर जाने लगे तो वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया। आखिरकार उन्हें भी पैदल जाना पड़ा। इस मौके पर उनके समर्थकों ने जिंदाबाद के नारे लगाए तो वो भी जोश में बोले जय हो कानपुर।
यूपी सरकार में मत्री हूं, प्लीज कार समेत अंदर जाने दो
यूपी सरकार के नगर विकासमंत्री कार्यसमिति की बैठक में कुछ मिनट देरी से पहुंचे। उनका स्वागत करने के लिए कानपुर के नगर आयुक्त अविनाश सिंह खड़े थे। मंत्री ने कार को गेट के अंदर ले जाने को कहा, लेकिन वहां खड़े गार्डों ने कहा कि अंदर कोई वाहन नहीं जाएगा। मंत्री ने इस दौरान सुरक्षा कर्मियों से कहा कि मैं यूपी सरकार में मंत्री हूं, प्लीज कार सहित मुझे अंदर जाने दो। लेकिन भाजपा कार्यकर्ता जिन्हें सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी, बोले की सभी मंत्रियों को पैदल ही मंच तक जाना पड़ेगा। ये प्रदेश अध्यक्ष का हुक्म है। नगर विकासमंत्री नाराजकी जताते हुए कार से बाहर आए और पैदल चल दिए। उनके पीछे मंत्री रीता बहुगुणा जोशी का काफिला था। लेकिन वो मौके की नजाकत को समझते ही बैदल ही चल पड़ीं।
यूपी सरकार में मत्री हूं, प्लीज कार समेत अंदर जाने दो
यूपी सरकार के नगर विकासमंत्री कार्यसमिति की बैठक में कुछ मिनट देरी से पहुंचे। उनका स्वागत करने के लिए कानपुर के नगर आयुक्त अविनाश सिंह खड़े थे। मंत्री ने कार को गेट के अंदर ले जाने को कहा, लेकिन वहां खड़े गार्डों ने कहा कि अंदर कोई वाहन नहीं जाएगा। मंत्री ने इस दौरान सुरक्षा कर्मियों से कहा कि मैं यूपी सरकार में मंत्री हूं, प्लीज कार सहित मुझे अंदर जाने दो। लेकिन भाजपा कार्यकर्ता जिन्हें सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी, बोले की सभी मंत्रियों को पैदल ही मंच तक जाना पड़ेगा। ये प्रदेश अध्यक्ष का हुक्म है। नगर विकासमंत्री नाराजकी जताते हुए कार से बाहर आए और पैदल चल दिए। उनके पीछे मंत्री रीता बहुगुणा जोशी का काफिला था। लेकिन वो मौके की नजाकत को समझते ही बैदल ही चल पड़ीं।