यह भी पढें: कोरोना वैक्सीन लगवाने से पहले छोड़ दें सिगरेट एवं पान मसाला, जानिए इस दौरान अगर आपराधिक संलप्तिता मिलती है तो उन सभी पर कार्रवाई भी होगी। बताया गया कि कानपुर में जब राजेश राय डीआईजी थे तब मुख्तार अंसारी का नाम यहां आया था। उस दौरान शातिर अपराधी शानू ओलंगा की हत्या हुई थी। उस हत्याकांड को रईस बनारसी ने अंजाम दिया था और वो रईस मुख्तार के गैंग (Mukhtar Gang) का शार्प शूटर था। हालांकि उसके बाद करीब डेढ़ साल पहले वाराणसी में एक गैंगवार हुआ, जहां रईस मारा गया था।
वहीं बसपा नेता हिस्ट्रीशीटर पिंटू सेंगर हत्याकांड (Pintu Sengar Hatyakand) के आरोपियों का भी मुख्तार से कनेक्शन रहा है। इसमें से दो आरोपियों का मुख्तार के सगे भाई से रिश्तेदारी भी बताई गई है। वहीं डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कि अगर कोई कनेक्शन मिलेगा तो उसमें कार्रवाई की जाएगी। वहीं अगर कोई केस होगा तो उसमें मजबूत पैरवी की जाएगी।