हो चुका है ट्रायल
शॉक बेटन का मेरठ, बरेली, गाजियाबाद और लखनऊ में ट्रायल हो चुका है. जल्द ही इसे पुलिस को सौंपा जाएगा. इसका इस्तेमाल खास तौर पर ऐसे अपराधियों के लिए होगा जो मोहल्लों में आए दिन परेशानी का सबब बने रहते हैं. इसे फिलहाल यूपी 100 के मोबाइल वाहनों पर मुस्तैद जवानों को मुहैया कराया जाएगा. आम तौर पर पुलिस हर जगह डंडे या गन का इस्तेमाल नहीं कर सकती.
शॉक बेटन का मेरठ, बरेली, गाजियाबाद और लखनऊ में ट्रायल हो चुका है. जल्द ही इसे पुलिस को सौंपा जाएगा. इसका इस्तेमाल खास तौर पर ऐसे अपराधियों के लिए होगा जो मोहल्लों में आए दिन परेशानी का सबब बने रहते हैं. इसे फिलहाल यूपी 100 के मोबाइल वाहनों पर मुस्तैद जवानों को मुहैया कराया जाएगा. आम तौर पर पुलिस हर जगह डंडे या गन का इस्तेमाल नहीं कर सकती.
साबित होगा बेहतर विकल्प
तंग गलियों में पब्लिक के बीच से अपराधी को निकालकर ले जाना है तो शॉक बेटन बेहतर विकल्प साबित होगा. हाथ में पकड़कर इसके दूसरे हिस्से को जैसे ही किसी के शरीर से टच कराया जाएगा तभी सामने वाले को जोर का झटका लगेगा. इससे जितनी देर के लिए वह असहज होगा उतनी देर में ही पुलिस उसे काबू में कर लेगी. हंगामा और उत्पात करने वालों को भी नियंत्रित करने में इससे आसानी रहेगी. यह बैटरी से चलेगा और हैंड मेटल डिटेक्टर जितनी इसकी लंबाई होगी.
तंग गलियों में पब्लिक के बीच से अपराधी को निकालकर ले जाना है तो शॉक बेटन बेहतर विकल्प साबित होगा. हाथ में पकड़कर इसके दूसरे हिस्से को जैसे ही किसी के शरीर से टच कराया जाएगा तभी सामने वाले को जोर का झटका लगेगा. इससे जितनी देर के लिए वह असहज होगा उतनी देर में ही पुलिस उसे काबू में कर लेगी. हंगामा और उत्पात करने वालों को भी नियंत्रित करने में इससे आसानी रहेगी. यह बैटरी से चलेगा और हैंड मेटल डिटेक्टर जितनी इसकी लंबाई होगी.
आरएएफ भी करती है इस्तेमाल
आईजी रेंज आलोक के मुताबिक शॉक बेटन का इस्तेमाल ब्रिटेन की पुलिस करती आई है. अपने यहां रैपिड एक्शन फोर्स के पास भी यह हथियार है. यूपी 100 की बाइक्स और चार पहिया वाहनों पर तैनात पुलिसकर्मियों के लिए यह अच्छा हथियार होगा क्योंकि किसी भी सूचना पर वह सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचा करते हैं. उस वक्त तक भारी फोर्स नहीं आई होती है और उन्हें ही मौके पर हालात को काबू में करना होता है. पीड़ित परिवार या शख्स को मदद भी देनी होती है, इसमें अगर कोई अपराधी अवरोध खड़ा करता है तो गन की जगह शॉक बेटन का इस्तेमाल बेहतर माना जा रहा है. इससे किसी तरह का नुकसान भी किसी को नहीं होता इसलिए यह ज्यादा मुफीद है.
आईजी रेंज आलोक के मुताबिक शॉक बेटन का इस्तेमाल ब्रिटेन की पुलिस करती आई है. अपने यहां रैपिड एक्शन फोर्स के पास भी यह हथियार है. यूपी 100 की बाइक्स और चार पहिया वाहनों पर तैनात पुलिसकर्मियों के लिए यह अच्छा हथियार होगा क्योंकि किसी भी सूचना पर वह सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचा करते हैं. उस वक्त तक भारी फोर्स नहीं आई होती है और उन्हें ही मौके पर हालात को काबू में करना होता है. पीड़ित परिवार या शख्स को मदद भी देनी होती है, इसमें अगर कोई अपराधी अवरोध खड़ा करता है तो गन की जगह शॉक बेटन का इस्तेमाल बेहतर माना जा रहा है. इससे किसी तरह का नुकसान भी किसी को नहीं होता इसलिए यह ज्यादा मुफीद है.