चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के खेतों में तैयार की गई गेहूं के प्रोडक्ट अब बाजार में बिकेंगे। इस गेहूं के आटे की रोटी, ब्रेड, पराठे, बिस्किट व अन्य खाद्य पदार्थ तैयार करके बाजार में उतारे जाएंगे। इस काम के लिए तमिलनाडु की नागा लिमिटेड ने दिलचस्पी दिखाई है। शुक्रवार को नागा लिमिटेड की टीम ने सीएसए का दौरा भी किया।
नागा लिमिटेड कंपनी की ओर से आए डॉ. वेंकटेश रेड्डी ने बताया कि विवि की के-1006, के-9017, के-1317 और के-7903 गेहूं प्रजाति काफी शानदार है। इससे कई फूड प्रोडक्ट बनाए जा सकते हैं। इससे बने प्रोडक्ट सिर्फ देश नहीं बल्कि दुनिया में धूम मचा सकते हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय से इसके लिए समझौता करने को कहा है। इसको लेकर विश्वविद्यालय में फूड प्रोसेसिंग सिस्टम भी लगाने की तैयारी है।
कंपनी के पदाधिकारियों ने विश्वविद्यालय का फॉर्म भी देखा। विश्वविद्यालय के गेहूं एवं जौ योजना के प्रभारी डॉ. पीके गुप्ता ने बताया कि कंपनी की ओर से गेहूं की सभी प्रजातियों को फूड प्रोसेसिंग के तहत नया रूप देने की तैयारी की जा रही है। उनके आइडिया पर विचार किया जा रहा है। दोनों मिलकर इस क्षेत्र में काम करेंगे। इससे प्रजातियों की गुणवत्ता में और सुधार होगा।