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कानपुर

सात लाख छात्रों के लिए खुशखबरी, सीएसजेएम विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि टली

मामला कोर्ट में, फैसले के बाद ही लिया जाएगा निर्णय

कानपुरNov 18, 2019 / 01:52 pm

आलोक पाण्डेय

सात लाख छात्रों के लिए खुशखबरी, सीएसजेएम विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि टली

सात लाख छात्रों के लिए खुशखबरी, सीएसजेएम विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि टली

कानपुर। स्ववित्तपोषित कॉलेज संचालकों की मेहनत काम आई और छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय ने डेढ़ गुनी फीस बढ़ाने के फैसले को फिलहाल टाल दिया है। फीस वृद्धि के फैसले को स्थगित करते हुए विवि. प्रशासन ने इसे वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। विवि प्रशासन का कहना है कि मामला कोर्ट में विचाराधीन है और कोर्ट का फैसला आने के बाद फीस वृद्धि को लेकर निर्णय लिया जाएगा। विवि के फीस वृद्धि टालने से करीब सात लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को इस बार बढ़ी हुई फीस वसूली से राहत मिल गई है।
इस तरह बढ़ाया गया था शुल्क
कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता के आदेश पर इसी सत्र से स्नातक (बीए, बीएससी, बीकॉम) का परीक्षा शुल्क 885 से बढ़ाकर 1185 रुपये और प्रैक्टिकल व मौखिक परीक्षाओं के लिए अलग से सौ रुपये शुल्क वसूला गया। परास्नातक (एमए, एमएससी और एमकॉम) के छात्र-छात्राओं से 835 के बजाए 1385 रुपये, बीएड के छात्रों से परीक्षा शुल्क 1300 से बढ़ाकर 1500, एमएड के विद्यार्थियों से 1700 रुपये के बजाय दो हजार रुपये परीक्षा शुल्क लिया गया। बीएससी नर्सिंग के विद्यार्थियों से एक हजार के बजाए दो हजार रुपये परीक्षा शुल्क लिया गया। इसके अलावा एमबीबीएस, बीएमएस, बीयूएमएस का परीक्षा शुल्क 7500 से बढ़ाकर नौ हजार रुपये लिया गया। मेडिकल के पीजी कोर्स का शुल्क 10 हजार से बढ़ाकर 12 हजार, एलएलबी और बीए-एलएलबी के स्टूडेंट्स से 1020 के बजाय 1500 रुपये परीक्षा शुल्क लिया गया। खेल शुल्क भी 20 रुपये से बढ़ाकर 40 रुपये कर दिया गया।
स्ववित्तपोषित कॉलेज संचालक कर रहे थे विरोध
फीस वृद्धि को लेकर कई स्ववित्तपोषित कॉलेज संचालक हाईकोर्ट गए थे। उप्र स्ववित्तपोषित कॉलेज एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने कहा कि कॉलेज संचालक लगातार फीस वृद्धि का विरोध कर रहे थे। पहले भी विवि. प्रशासन ने फीस बढ़ाने का फैसला लिया था लेकिन बाद में फैसला वापस लेना पड़ा था। मामला पिछले चार माह से कोर्ट में चल रहा है। शनिवार को विवि प्रशासन ने आपात बैठक बुलाकर फीस वृद्धि को लेकर गंभीरता से चर्चा की। अंत में फीस वृद्धि का फैसला स्थगित कर दिया गया। साथ ही कहा कि कोर्ट के फैसले के आधार पर ही बढ़ी हुई फीस की वापसी पर निर्णय होगा। सीएसजेएमयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ. अनिल कुमार यादव ने बताया कि सीएसजेएमयू व इससे संबद्ध कॉलेजों की स्नातक व परास्नातक कोर्स में फीस वृद्धि के फैसले को स्थगित कर दिया गया है। अग्रिम फैसला कोर्ट के आदेश के बाद ही लिया जाएगा। वेबसाइट में भी अपडेट कर दिया गया है।
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