जानिए पूरा मामला कानपुर देहात के रसूलाबाद थानाक्षेत्र के भीखदेव निवासी अजमत की पत्नी शाह बेगम ने अपने पति व ससुर रफीक उर्फ हक्कल के खिलाफ करीब दो वर्ष पूर्व दहेज उत्पीडऩ का मुकदमा दर्ज कराया था। आरोपित ससुर की गिरफ्तारी न होने व धमकी देने को लेकर शाह बेगम ने पुलिस को बताई थी। वहीं इस मामले को लेकर शाह बेगम ने 18 मार्च को उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर से गुहार लगाई थी। जिसके बाद पुलिस ने शुक्रवार को रफीक को हिरासत में लिया था और मामला समझौते तक पहुंचने पर छोड़ दिया गया था। जिसके बाद कबीरनगर मायके में रह रही शाह बेगम के साथ कहिंजरी चौकी इंचार्ज गजेंद्र पाल शनिवार रात अपने हमराही सिपाहियों के साथ भीखदेव पहुंचे थे। यहां पर ससुराल में शाह बानो को रूकना था जिसके चलते पुलिस वहां गई थी। पहुंचने पर पुलिस रफीक के बड़े बेटे हसर अली से पूछताछ करने लगी। तभी अचानक से आरोपितों के साथ साथ घर की महिलाओं अफरून, असरून, रईशा व चांदतारा ने पुलिस पर हमला कर दिया। पुलिस कुछ समझ पाती कि इतने में ही ईंट पत्थर चलने शुरू हो गए।
चौकी इंचार्ज सिपाही समेत महिला घायल अचानक चारो तरफ से पथराव होता देख कुछ सिपाहियों ने इधर उधर भागकर जान बचाई और वायरलेस पर मदद मांगी। मगर पथराव होने से सिर पर पत्थर लगने से चौकी इंचार्ज गंभीर घायल हो गए और गश खाकर गिर पड़े। वहीं सिपाही समर सिंह भी लहूलुहान हो गए। हमलावरों को आक्रामक होता देख सिपाहियों ने हवाई फायर किया। तब जाकर सभी हमलावर वहां से भागे। वहीं पथराव में महिला भी घायल हो गई। घटना की सूचना पर तत्काल रसूलाबाद थाने का फोर्स पहुंचा और घायल महिला को सीएचसी में भर्ती कराया। शेष घायलों को कानपुर के एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया। एसपी केशव कुमार चौधरी, एएसपी घनश्याम चौरसिया समेत कई थानों का फोर्स घटनास्थल पर पहुंचा। आरोपितों की तलाश में पुलिस की पांच टीमें लगी है। एसपी ने बताया कि जल्द ही सभी आरोपित गिरफ्त में होंगे। घटना के बाद रात में ही पहुंचे एडीजी ने बताया कि जिले के एसपी ने आरोपितों की तलाश में टीमें लगाई है। चार आरोपित पकड़े गए हैं।