आशंका जताई जा रही है कि जहर देकर कमला को मारा गया है, क्योंकि उसके मुंह से झाग और नाक से खून निकला हुआ था। दिव्यांग कमला एक निजी एनजीओ में कोषाध्यक्ष थीं। घर में अकेली रहती थीं। सोमवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे गांव निवासी मालती दूध देने के लिए उनके घर पहुंची। दरवाजा नहीं खुलने पर वह लौट आई। करीब एक घंटे बाद वह दोबारा कमला के घर पहुंची। इस बार दरवाजा न खुलने पर पड़ोसियों और पुलिस को जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस बाउंड्री फांदकर घर में दाखिल हुई तो देखा कि कमरे में कमला का शव पड़ा था। मुंह से झाग और नाक से खून भी निकला था। पुलिस, फोरेंसिक व डॉग स्क्वॉड टीम ने साक्ष्य जुटाए।
मृतका कमला का पति विजयभान कुशवाहा एक डकैत था जो करीब 40 साल पहले अचानक लापता हो गया था। इसके बाद से कमला देवर भइया लाल के साथ रह रही थी। उनका बेटा गोविंद पत्नी सुमन के साथ गुजरात में रहता है। इसी साल मार्च में भइया लाल की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। जिसके बाद से कमला अकेले ही रहती थी।
कमरे में चारपाई के पास रखा बक्सा खुला था और पूरा सामान भी अस्तव्यस्त था। टेबल फैन नीचे गिरा पड़ा था। छानबीन में पुलिस को घर से न तो नकदी मिली और न ही जेवर। आशंका है कि लूटपाट के बाद हत्या की गई। घटना की जानकारी पर कमला का ककवन निवासी भाई और कल्याणपुर निवासी भांजा हिमांशु मौके पर पहुंचा। सीओ कल्याणपुर अजय कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। कई लोगों पूछताछ भी की जा रही है।