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कानपुर

बेटी को मां से था इतना प्यार कि उसकी मौत के बाद शव के साथ ऐसा किया

मकान से बदबू आने पर पड़ोसियों के हुआ शक, पुलिस को दी खबरपोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ सच का खुलासा, चौंकाने वाली आयी रिपोर्ट

कानपुरJan 26, 2020 / 12:38 pm

आलोक पाण्डेय

बेटी को मां से था इतना प्यार कि उसकी मौत के बाद शव के साथ ऐसा किया

बेटी को मां से था इतना प्यार कि उसकी मौत के बाद शव के साथ ऐसा किया

कानपुर। शहर के कल्याणपुर थानाक्षेत्र में एक महिला की मौत के बाद उसकी बेटी ने एक हफ्ते तक उसकी लाश को घर में ही बंद रखा। वह अपनी मां से इतना प्यार करती थी कि उसकी मौत के बाद भी उसके शव से अलग नहीं होना चाहती थी। एक हफ्ते में जब लाश सड़ी और उसकी बदबू घर से बाहर निकलने वाले पड़ोसियों को लगी तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने घर पहुंचकर शव कब्जे में लिया और जब उसका पोस्टमार्टम कराया तब जाकर पता चला कि उसकी मौत हुए एक हफ्ता बीत चुका है। इस हृदयविदारक घटना ने सबके होश उड़ा दिए।
मानसिक विक्षिप्त है बेटी
आवास विकास-3 के अंबेडकरपुरम निवासी श्यामा द्विवेदी (70) अपनी मानसिक विक्षिपत बेटी अपर्णा के साथ रहती थीं। उनकी जीविका सिंचाई विभाग में क्लर्क रहे श्यामा के स्वर्गीय पति मदन लाल की पेंशन से चलती थी। जब मकान से दुर्गंध आई तो पड़ोसियों को कुछ शक हुआ। उन्होंने पुलिस को खबर दी। पुलिस जब मकान में दाखिल हुई तो अंदर का नजारा हैरान करने वाला था। कमरे में श्यामा देवी का शव पड़ा था और उसकी बेटी पास ही गुमसुम बैठी थी। जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो वह कोई जवाब नहीं दे पाई। पड़ोसियों का कहना है कि एक हफ्ते तक विक्षिप्त बेटी शव के साथ सोती रही।
बेटी को मौत का पता ही नहीं
कल्याणपुर इंस्पेक्टर का कहना है कि शायद विक्षिप्त बेटी को मां के मरने का पता नहीं चल सका। पुलिस के मुताबिक श्यामा और अपर्णा के घर में कभी भी किसी को आते-जाते नहीं देखा गया। एक सौतेला बेटा विजय लखनऊ में रहता था। वह भी बीमारी के चलते कभी यहां मिलने नहीं जाता था। मकान में अक्सर सन्नाटा ही रहता था लेकिन कभी-कभी श्यामा एकाएक आक्रोशित हो जाती थी। तब मकान से सन्नाटा तोड़ती चीखने की आवाजें आती थीं।
दूसरों के खाने से होता था गुजारा
मां-बेटी किसी से भी घुलती-मिलती नहीं थीं। कभी किसी से बात नहीं करती थीं लेकिन मोहल्ले के लोग अक्सर मकान के गेट पर पर खाना लाकर रख देते थे। मां की मौत के बाद भी अपर्णा इसी खाने से गुजारा करती थी। काउंसलर सीमा जैन ने कहा कि मां के शव के साथ सात दिनों तक विक्षिप्त बेटी के रहने की घटना दुखद है। यह हमारे समाज के बदलते परिवेश को दर्शाती है।

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