इसके चलते उठाए कदम
दरअसल बीते 30 तारीख को बाबूपुरवा में स्थित सूफा मस्जिद में छह विदेशी नागरिक छिपे बैठे थे। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस ने सभी को हिरासत में लेते हुए हैलट व उर्सलस अस्पलाल में बनें कोविड वार्ड में भर्ती कराया था। पुलिस ने बाबूपुरावा इलाके को सीज करते हुए बैरीकेटिंग कर दी है। बाबूपुरवा में सौ से ज्यादा छोटी-बड़ी मस्जिदें हैं जिनकी जांच पुलिस कर रही है। यहां पर द्रोन से हर गतिविधि पर पुलिस नजर बनाए हुए है। इसके अलावा एलआईयू और पुलिस के मुखबिर भी जमातियों को खोज रहे हैं।
यहां-यहां रूके जमाति
कोरोना से संक्रमित छह जमाती दो अलग-अलग जमात के हैं। दो संक्रमित अफगानी उस जमात से हैं जिसके आठ विदेशी सदस्य 14 मार्च और तीन भारतीय 18 मार्च को चमनगंज की हलीम प्राइमरी वाली मस्जिद मे ठहरे थे। दो-तीन दिन रुकने के बाद सभी कर्नलगंज की हुमायूं मस्जिद गए और नौबस्ता की खैर मस्जिद होते हुए बाबूपुरवा की सुफ्फा मस्जिद पहुंचे। दूसरी जमात घाटमपुर और सजेती की बरीपाल स्थित बड़ी मस्जिद में ठहरी थी। कानपुर देहात प्रशासन को इसकी जानकारी दे दी है। ट्रैवल हिस्ट्री के मुताबिक जमाती जिन छह मस्जिदों में गए थे, उनका एक किमी परिधि का इलाका रेड जोन घोषित कर बेरीकेड कर दिया गया है। सीमाएं सील कर पीएसी तैनात कर दी गई है।
20 लोग किए गए को चिह्नित
एसपी राजकुमार अग्रवाल ने बताया कोरोना वायरस से संक्रमित मिले जमाती जिन-जिन मस्जिदों में गए थे, उनकी ट्रैकिंग होगी और संपर्क में आए लोग चिह्नित किए जा रहे है। हुमांयू मस्जिद में जमातियों से मिले 20 लोगों को चिह्नित किया गया है। जमातियों की ट्रैवल हिस्ट्री के आधार पर शहरी क्षेत्र के चार और ग्रामीण क्षेत्र के दो इलाके रेड जोन घोषित कर बेरीकेटिंग कर दी गई। लॉकडाउन का पालन कराने के लिए पीएसी लगाई गई है। एसपी ने लोगों से कहा कि वह अपने घरों से ही नमाज भी अदा करें। लोगों को सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए भी लगातार पुलिस की कई टीमें लाउडस्पीकर के जरिए जागरूक कर रही हैं।