इस मंदिर आने के लिए आपको किसी से पता पूछने की जरूरत नहीं है। बस कल्याणपुर से विजयनगर जाने वाली रोड पर आगे बढि़ए। जहां पर आप नाक पर रुमाल रखने को मजबूर हो जाएं, बस समझ लीजिए बायीं साइड हाथ पर मंदिर है। इस मंदिर के पास ही साईमंदिर भी स्थित है, जहां आने वाले भक्त भी इस बदबू से जूझते हैं। इस डबल रोड पर स्थापित ग्रीनबेल्ट पर यह कूड़ाघर यहां की सुंदरता को खराब करता है।
डबल रोड के बीच में स्थित यह कूड़ा घर एक साइड से रोड पर खुला हुआ है। जिस कारण आवारा जानवर यहां जमा रहते हैं और इस वजह से सड़क तक कूड़ा फैला रहता है और जानवर भी आधी सड़क घेरे रहते हैं। जिससे पैदल राहगीर और बाइक सवार अक्सर इन जानवरों के चलते घायल होते हैं। कई बार फल या खाने का कोई सामान ले जाने वालों को ये जानवर दौड़ा लेते हैं।
यह कूड़ाघर काफी बड़ा है। यहां पर आसपास के कई वार्डों से कूड़ा आता है। जिस कारण सफाई के बाद तीन से चार दिन में ही पूरी जगह कूड़े से भर जाती है, जिसके बाद भी कूड़ा फेका जाना जारी रहता है और कूड़े का ढेर बढ़ता रहता है, इस बीच जानवर कूड़े को फैलाकर स्थिति और बिगाड़ देते हैं। हालांकि लोगों ने यहां से कूड़ाघर हटाए जाने की मांग की है पर अगर यह संभव न हो तो हर तीन से चार दिन के बीच में सफाई होती रहे तो कोई समस्या खड़ी नहीं होगी।