बुधवार को सिविल लाइंस निवासी सर पान मसाला के निदेशक ओमप्रकाश डालमिया के पास डीजीजीआई की टीम लखनऊ से उनके पास गई। छापे की सूचना के साथ ही स्वरूप नगर स्थित आफिस, नयागंज स्थित गोदाम, नौघड़ा, दो सप्लायरों और आर्यनगर स्थित एक अन्य आफिस में 30 से ज्यादा अफसरों ने कार्यवाही शुरू कर दी। सर पान मसाला को सुपाड़ी सह्ति अन्य कच्चा माल सप्लाई करने वाले कारोबारियों को भी जांच की जद में लिया गया है। इसमें प्रमुख रूप से सरदारी लाल भूषण और गणेश कुमार गुप्ता की जांच की जा रही है।
गोदाम और ऑफिस सीज समूह पान मसाला के अलावा एफएमसीजी उत्पाद भी बनाता है। साथ ही रियल इस्टेट कारोबार में भी निवेश किया है। एनआरआई सिटी के अलावा दूसरे शहरों में भी रीयल इस्टेट का बड़ा कारोबार है। सूत्रों के मुताबिक जांच अधिकारियों के पास छापे से पहले ही एक दर्जन फाइलें थीं, जिसमें करापवंचन से जुड़े दस्तावेज थे। दो टीमों ने गोदाम और आफिस को सीज कर जांच शुरू कर दी थी। इससे पहले दिसंबर में डीजीजीआई की टीम ने इत्र कारोबारी के ठिकानों पर छापे मारकर 197 करोड़ रुपए, 23 किलो सोना और 6 करोड़ का चंदन इत्र पकड़ा था। ये बरामदगी डीजीजीआई के इतिहास की सबसे बड़ी बरामदगी के रूप में दर्ज की गई है।