इसके लिए डीआईओएस ने जीआईसी कालेज के शिक्षकों की टीम गठित की है। जिसमे 10 शिक्षकों को नामित किया गया है। जिले के 10 ब्लाक को देखते हुए एक शिक्षक को एक ब्लाक में संचालित ऐसे अवैध स्कूलों को चिन्हांकित कर जांच करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। दरअसल जिले में ऐसे बहुत स्कूल हैं, जो हायर सेकेंडरी की मान्यता लेकर अतिरिक्त कक्षाएं चला रहे हैं और उन उच्च कक्षाओं के बच्चों का मान्यता प्राप्त विधालयों में पंजीकरण कराकर कई गुना धनराशि की जमकर वसूली की जाती हैं।
जबकि प्रत्येक साल विधालयों के इन खेलों की जानकारी विभाग तक पहुंचती है लेकिन कोई कार्रवाई नही की जाती है। इस बार जिला विधालय निरीक्षक अरविंद द्विवेदी ने ऐसे स्कूलों को बंद कराने की तैयारी शुरू कर दी है। डीआईओएस अरविंद द्विवेदी ने बताया कि जीआईएस के दस शिक्षकों की टीम बनाई गई है। सभी को एक-एक ब्लाक की जिम्मेदारी देकर अवैध स्कूल का चिन्हांकन एवं उनकी जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। इसी के साथ जूनियर या हायर सेकेंडरी की मान्यता लेकर इंटर कालेज चलाने वालों की जांच के निर्देश भी दे दिए गए हैं।