scriptअब इन विधालयों की नहीं होगी खैर, बंद होंगे कई अवैध विधालय, की गई ऐसी टीम तैयार | dios will start campaign for illegal school in district kanpur dehat | Patrika News

अब इन विधालयों की नहीं होगी खैर, बंद होंगे कई अवैध विधालय, की गई ऐसी टीम तैयार

locationकानपुरPublished: May 09, 2019 05:52:47 pm

Submitted by:

Arvind Kumar Verma

दो वर्षों से ऐसे अवैध स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश शासन द्वारा दिये गए, लेकिन आज तक किसी विधालय के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की गई है।

school abhiyan

अब इन विधालयों की नहीं होगी खैर, बंद होंगे कई अवैध विधालय, की गई ऐसी टीम तैयार

कानपुर देहात-सच है कि जनपद में बड़ी तादात में अवैध स्कूलों का संचालन हो रहा है, दो वर्षों से ऐसे अवैध स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश शासन द्वारा दिये गए, लेकिन आज तक किसी विधालय के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की गई है। आदेशों के मुताबिक ऐसे स्कूल संचालित पाये जाने पर विभाग द्वारा उनके खिलाफ जुर्माने का साथ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश हैं बावजूद प्रत्येक वर्ष अवैध स्कूलों की संख्या में इजाफा ही हो रहा है, जो जिम्मेदारों पर प्रश्नचिन्ह लगा देते हैं। इस वर्ष हरकत में आये जिला विधालय निरीक्षक ने ऐसे स्कूलों के खिलाफ अभियान चलाने का वीणा उठा लिया है। इसमें मांटेसरी स्तर पर चल रहे स्कूलों के साथ ही बिना मान्यता अतिरिक्त कक्षाएं चला रहे कॉलेजों की जांच की जाएगी।
इसके लिए डीआईओएस ने जीआईसी कालेज के शिक्षकों की टीम गठित की है। जिसमे 10 शिक्षकों को नामित किया गया है। जिले के 10 ब्लाक को देखते हुए एक शिक्षक को एक ब्लाक में संचालित ऐसे अवैध स्कूलों को चिन्हांकित कर जांच करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। दरअसल जिले में ऐसे बहुत स्कूल हैं, जो हायर सेकेंडरी की मान्यता लेकर अतिरिक्त कक्षाएं चला रहे हैं और उन उच्च कक्षाओं के बच्चों का मान्यता प्राप्त विधालयों में पंजीकरण कराकर कई गुना धनराशि की जमकर वसूली की जाती हैं।
जबकि प्रत्येक साल विधालयों के इन खेलों की जानकारी विभाग तक पहुंचती है लेकिन कोई कार्रवाई नही की जाती है। इस बार जिला विधालय निरीक्षक अरविंद द्विवेदी ने ऐसे स्कूलों को बंद कराने की तैयारी शुरू कर दी है। डीआईओएस अरविंद द्विवेदी ने बताया कि जीआईएस के दस शिक्षकों की टीम बनाई गई है। सभी को एक-एक ब्लाक की जिम्मेदारी देकर अवैध स्कूल का चिन्हांकन एवं उनकी जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। इसी के साथ जूनियर या हायर सेकेंडरी की मान्यता लेकर इंटर कालेज चलाने वालों की जांच के निर्देश भी दे दिए गए हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो