लालबंगला परदेवनपुरवा निवासी डॉ. इंद्रजीत सिंह का मीरपुर में क्लीनिक है। जहां उनका बीएचएमएस पास बेटा संदीप भी बैठता है। डॉ. संदीप को इलाके के कुछ लोग काफी समय से परेशान कर रहे थे। परिवार के लोगों का कहना है कि मोहल्ले के कुछ लोग डॉ. संदीप को झोलाछाप डॉक्टर बताकर मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दे रहे थे। इसको लेकर वह परेशान था। वह तनाव में इतना घिर गया कि उसने जान देने का फैसला कर लिया।
आग का गोला बना डॉक्टर बाहर भागा तो लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। तमाशबीन भीड़ में शामिल कुछ लोग वीडियो बना रहे थे तभी ही एक हिम्मती युवक ने डॉक्टर पर पानी डालकर आग बुझाई। फिर उसे गंभीर हालत में मॉल रोड स्थित एक निजी अस्पताल पहुंचाया गया। जहां से उसे हैलेट रेफर कर दिया गया, लेकिन परिजन किसी निजी अस्पताल लेकर चले गए।
जब डॉ. संदीप ने खुद को आग लगाई तो उसकी चपेट में आकर क्लीनिक के फर्नीचर व पर्दे भी जलने लगे। डॉ. संदीप को आग से घिरा देख सडक़ पर अफरातफरी मच गई। कुछ लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी। मौके पर पहुंची दमकल ने क्लीनिक की आग बुझाई। इस मामले में रेलबाजार इंस्पेक्टर दधिबल तिवारी का कहना है कि धमकी देने वाले युवकों की पहचान कराई जा रही है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।