कानपुर की एक डिफेंस उत्पाद कंपनी डीएमएसआरडी ने ऐसा विशेष प्रकार का सूट तैयार किया है, जो संक्रमित क्षेत्र में सुरक्षा कवच के रूप में काम करेगा। इसे कोरोना पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (सीपीपीई) नाम दिया गया है। नायलॉन निर्मित इस सूट में .03 माइक्रॉन के छिद्र हैं जिससे हवा तो आरपार हो सकती है, लेकिन कोरोना के विषाणु नहीं। डीएमएसआरडीई से अनुमोदित यह रक्षा कवच कोरोना से बचाव में लगे सेना के जवानों के लिए भी फायदेमंद होगा।
डिफेंस उत्पाद बनाने वाले उद्यमी और एनसीएफडी के निदेशक मयंक श्रीवास्तव ने तैयार किया है। डीएमएसआरडीई के अनुमोदन के बाद इसकी कीमत 1500 रुपये रखी गई है। डीएमएसआरडीई के वरिष्ठ वैज्ञानिक बीआर दास का दावा है कि कोरोना संक्रमित क्षेत्र में काम करने वाले पैरामेडिकल स्टाफ, डॉक्टर और अन्य कर्मचारियों के लिए यह उपयोगी साबित हो सकता है। खास मैटेरियल से तैयार यह सूट बेहद हल्का और आरामदायक भी है। सोमवार को कानपुर के जिलाधिकारी कैंपस में इसका प्रजेंटेशन भी दिखाया गया।
कंपनी का कहना है कि एडिश्नल डायरेक्टर मेडिकल हेल्थ ने इस सुरक्षा कवच को खरीदने के लिए सीएमओ इटावा, फर्रुखाबाद, औरैया और कन्नौज को निर्देशित किया है। यह बेहद हल्की नायलॉन फैब्रिक पॉली यूथ्रेन से तैयार किया गया है। सीपीपीई को सेनेटाइज कर कई बार इस्तेमाल किया जा सकता है। वाटरप्रूफ, विंडप्रूफ और अल्ट्रा वायलट विकिरण से भी बचाता है । इसका वजन केवल 300 ग्राम है।