मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो. आरबी कमल ने बताया कि 45 वर्षीय ब्लैक फंगस का एक मरीज अस्पताल में भर्ती हुआ था। नेत्र रोग विभागाध्यक्ष प्रो. परवेज खान ने आपरेशन की तैयारी की थी। जांच में कोरोना संक्रमित निकलने पर उसे न्यूरो साइंस सेंटर में भर्ती करना पड़ा था। उसके बाद रिपोर्ट निगेटिव आने पर उसे ब्लैक फंगस वार्ड में शिफ्ट किया गया था। दो बार सर्जरी की तैयारी भी की गई, लेकिन स्थिति देखते हुए टालनी पड़ गई। उसे कार्डियक से जुड़ी समस्या हो गई थी। शनिवार को स्थित सही मिलने पर आंख निकाली गई।
बताया कि आंख पूरी तरह से सड़ गई थी। ब्लैक फंगस का संक्रमण ब्रेन तक नहीं पहुंचा था। उन्होंने बताया कि हैलट अस्पताल से ब्लैक फंगस के दो मरीजों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। हालांकि एक महिला दोनों आंखों में दिक्कत के साथ भर्ती हुई है। मगर उनकी आंख में आराम है, उनकी बायोप्सी जांच के लिए भेजी है। रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।