धुलकर बेंचे
डाॅक्टर अग्रवाल कहते हैं कोरोना वायरस एक इंसान से दूसरे इंसान में सब्जियों के जरिए जा सकता है। फुटकर दुकानदार को मुंह पर माॅस्क लगाकर रखना चाहिए। सब्जीमंडी से सब्जियां व फल खरीदें तो वह भी उन्हें खुले में रख दें। हरी सब्जियों को धुलकर बेचें। जिससे कि वह और खरीददार दोनों संक्रमण से बच सकते हैं। डाॅक्टर अग्रवाल ने फुटकर व थोक दुकानदारों को सलाह देते हुए कहा कि वह नियमित थर्मल स्क्रीनिंग करवाएं। कानपुर के अधिकतर थानों में मशीन उपलब्ध है। इससे यदि उन्हें कोरोना के लक्षण होंगे तो पता चल जाएगा और सब्जी खरीदने वाला व्यक्ति वायरस की चपेट में नहीं आएगा।
घरेलू नुस्खे भी जानें
डाॅक्टर अग्रवाल ने घरेलू नुस्खे भी बताए। कहते हैं, सब्जियों और फलों को 5 से 10 मिनट तक सिरका मिले पानी में भिगोएं और उसके बाद अच्छी तरह से धो लें। फूलगोभी, पालक, ब्रोकली, बंदगोभी जैसी सब्जियों को दो प्रतिशत साधारण नमक वाले गर्म पानी से धोएं। गाजर और बैंगन जैसी सब्जियों को इमली वाले पानी के घोल से धोएं। ओजोनेटेड पानी से धोने से पेस्टीसाइड को भी काफी हद तक साफ किया जा सकता है।
हैंडल को भी सैनेटाइज करें
डाॅक्टर अग्रवाल ने कहते हैं कि ठेले वालों से सब्जी खरीदते वक्त आपके बीच में जरूरी दूरी हो। यदि सब्जी वाला दरवाजे का हैंडल छू लें तो हमें हैंडल को भी सैनेटाइज करना है। यहां हमें छोटी से छोटी बातों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि ठेले वाले कहां-कहां से घूम कर आ रहे हैं, इसका हमें बिल्कुल भी अंदाजा नहीं होता, इसलिए हमें सब्जी को गर्म पानी और नमक से धुलना चाहिए व धुलने के बाद उसे एक या दो घंटे तक भीगा हुआ ही छोड़ देना चाहिए।
दिए गए हैं निर्देश
डीएम के पीआरओ ने बताया कि जनपद में सभी दुकानदारों को मास्क पहनकर सब्जी व फल बेचने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही सब्जी कि जनपद के थानों के जरिए उन्हें पास भी मुहैया कराए गए हैं। बताया कि सब्जी विक्रेताओं से कहा गया है कि वह हर दिन थानों में लगी थर्मल स्क्रीनिंग के जरिए अपनी जांच करवाएं। यदि उन्हें खांसी, जुकाम और बुखार की शिकायत है तो तत्काल डाॅक्टरों को दिलाएं।