देश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के स्वस्थ होने की रफ्तार काफी संतोषजनक है। अमेरिका और इटली जैसे देशों में भी संक्रमित मरीज में तेजी से सुधार हो रहा है, लेकिन वहां सबसे बड़ा संकट यह है कि स्वस्थ होने वाले मरीज की अचानक मौत हो रही है। इसी कारण इन देशों में मृतकों का आंकड़ा तेजी से बढ़ा। कानपुर में एक कोरोना संक्रमित बुजुर्ग की मौत भी ठीक इटली और अमेरिका के मरीजों की तरह हुई है। यह पता चलने पर डॉक्टरों के होश उड़े हुए हैं।
डॉक्टरों के मुताबिक मृतक किसी भी क्रॉनिक बीमारी से पीडि़त नहीं था। उसमें कोरोना के भी लक्षण नहीं उभरे थे, केवल जांच के बाद ही संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इलाज के दौरान वह ठीक भी रहा, लेकिन मौत के पहले चार दिनों में उसका वजन तेजी से गिरने लगा और उलझन की शिकायत भी होने लगी थी। शहर में कोरोना वायरस के संक्रमण का अपने आप में ऐसा पहला केस सामने आया है।
बुजुर्ग की मौत के बाद अब स्वास्थ्य विभाग को उन लोगों की ङ्क्षचता सताने लगी है जो संक्रमण के बाद इलाज कराकर ठीक हो चुके हैं। अब विभागीय टीमें ऐसे लोगों की निगरानी करेंगी और उनमें अगर किसी प्रकार के कोई अजीब लक्षण मिलते हैं तो उसके बारे में पता लगाया जाएगा। इतना ही नहीं, अब स्वस्थ होने के बाद भी मरीज को तुरंत कोविड अस्पताल से छुट्टी नहीं दी जाएगी। जब यह पक्का हो जाएगा कि अब उसे किसी प्रकार का खतरा नहीं है तभी उसे डिस्चार्ज किया जाएगा।