कई फायदे हैं ग्रीन टी के
सीएसजेएमयू में वेलनेस कॉन-२०१९ के पहले दिन मारीशस के वैज्ञानिक डॉ. थीसान बेहरून ने बताया कि ग्रीन टी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट ब्लड प्रेशर को कम करने में मददगार है। बिना चीनी की ग्रीन-टी में बिल्कुल कैलोरी नहीं होती है। इसमें मिलने वाले फ्लेवेनॉल और कैटेकिन के कई फायदे हैं। इसमें पाए जाने वाले एपीगैलोकैटेकिन-3-गैलेट शरीर में मेटाबॉलिक दर का बढऩे से रोकता है और वजन भी काबू रखता है। यह सक्रिय यौगिक, फैट बर्निंग हॉर्मोन को प्रभावित करते हैं।
सीएसजेएमयू में वेलनेस कॉन-२०१९ के पहले दिन मारीशस के वैज्ञानिक डॉ. थीसान बेहरून ने बताया कि ग्रीन टी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट ब्लड प्रेशर को कम करने में मददगार है। बिना चीनी की ग्रीन-टी में बिल्कुल कैलोरी नहीं होती है। इसमें मिलने वाले फ्लेवेनॉल और कैटेकिन के कई फायदे हैं। इसमें पाए जाने वाले एपीगैलोकैटेकिन-3-गैलेट शरीर में मेटाबॉलिक दर का बढऩे से रोकता है और वजन भी काबू रखता है। यह सक्रिय यौगिक, फैट बर्निंग हॉर्मोन को प्रभावित करते हैं।
४५० रोगियों पर सफल हुआ रिसर्च
हार्ट और डायबिटीज के 450 रोगियों पर सफल रिसर्च किया है। रिसर्च पर विश्व भर में चर्चा हो रही है। रिसर्च में पाया गया है कि ग्रीन-टी पीने से मध्यम तीव्रता के व्यायाम से फैट ऑक्सीडेशन बढ़ता है। इसी तरह ग्रीन-टी शरीर की कोशिकाओं को संवेदनशील कर सकती है। डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है, क्योंकि इसमें मौजूद पॉलीफेनोल्स शरीर में ग्लूकोज के स्तर को संतुलित करते हैं। डॉ. थीसान बेहरून के मुताबिक काली चाय हानिकारक कोलेस्ट्रॉल, जिससे ह्रदय रोग होने की आशंका बढ़ती है, उसके स्तर को कम करती है।
हार्ट और डायबिटीज के 450 रोगियों पर सफल रिसर्च किया है। रिसर्च पर विश्व भर में चर्चा हो रही है। रिसर्च में पाया गया है कि ग्रीन-टी पीने से मध्यम तीव्रता के व्यायाम से फैट ऑक्सीडेशन बढ़ता है। इसी तरह ग्रीन-टी शरीर की कोशिकाओं को संवेदनशील कर सकती है। डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है, क्योंकि इसमें मौजूद पॉलीफेनोल्स शरीर में ग्लूकोज के स्तर को संतुलित करते हैं। डॉ. थीसान बेहरून के मुताबिक काली चाय हानिकारक कोलेस्ट्रॉल, जिससे ह्रदय रोग होने की आशंका बढ़ती है, उसके स्तर को कम करती है।
ब्लड प्रेशर को करता नियंत्रित
ग्रीन-टी पीने से इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट सूजन को कम करके रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकते हैं। इस चाय के लगातार सेवन से ब्लड प्रेशर स्तर में सुधार होता है। 3 से 4 कप ग्रीन-टी के सेवन से ब्लड प्रेशर नियंत्रित हो सकता है। इसके अलावा, कम रक्तचाप के मरीज़ों में कोरोनरी हृदय रोग और दिल के दौरे का खतरा कम होता है।
ग्रीन-टी पीने से इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट सूजन को कम करके रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकते हैं। इस चाय के लगातार सेवन से ब्लड प्रेशर स्तर में सुधार होता है। 3 से 4 कप ग्रीन-टी के सेवन से ब्लड प्रेशर नियंत्रित हो सकता है। इसके अलावा, कम रक्तचाप के मरीज़ों में कोरोनरी हृदय रोग और दिल के दौरे का खतरा कम होता है।