जहरीले थे दोनों सांप
मिर्जापुर खड़ंजा में एक सपेरा दो सांपों के साथ लोगों को खेल दिखा रहा था। इलाके में रहने वाला एक नशेबाज आ पहुंचा। थोड़ी देर तो वह लोगों के साथ सांपों का खेल देखने लगा। फिर उसने दोनों सांपों को सपेरे से छीना और गर्दन में डाल लिया। सपेरे ने विरोध किया और नशेबाज को आगाह करते हुए कहा कि दोनों सांपों का जहर नहीं निकला है। इसपर नशेबाज ने दोनों सांपों को मुंह अपने दोनों हाथों से पकड़ लिया।
मिर्जापुर खड़ंजा में एक सपेरा दो सांपों के साथ लोगों को खेल दिखा रहा था। इलाके में रहने वाला एक नशेबाज आ पहुंचा। थोड़ी देर तो वह लोगों के साथ सांपों का खेल देखने लगा। फिर उसने दोनों सांपों को सपेरे से छीना और गर्दन में डाल लिया। सपेरे ने विरोध किया और नशेबाज को आगाह करते हुए कहा कि दोनों सांपों का जहर नहीं निकला है। इसपर नशेबाज ने दोनों सांपों को मुंह अपने दोनों हाथों से पकड़ लिया।
काटने की कोशिश पर भडक़ गया नशेड़ी
नशेबाज सांपों से बात करने लगा। कहा तुमसे ज्यादा मुझमें जहर है। मुझे काटकर दिखाओं पता चल जाएगा किसकी जान जाती है। उसके बाद उसने एक सांप की पकड़ ढीली की। जैसे ही सांप ने उसे कांटने की कोशिश की तो नशेबाज ने दोबारा गर्दन दबोच ली। उसने दोनों सांपों की मुंह आपस में टकरा दिया व रगडऩे लगा। सपेरा चिल्लाता रहा मगर नशेबाज ने उसकी एक न सुनी। थोड़ी देर में सांपों ने दम तोड़ दिया। नशेबाज ने दोनों सांपों को जमीन पर फेंका और वहां से चलता बना।
खुद पर कार्रवाई के डर से नहीं दी तहरीर
सांपों की मौत पर सपेरे ने थाने पहुंचकर नशेबाज के खिलाफ शिकायत की और जुर्माना दिलवाने की बात कही। इस पर जब सपेरे से तहरीर देने को कहा गया तो वह बहाना बनाकर वहां से निकल गया। सपेरे के वापस न लौटने के पीछे पुलिस का मानना है कि उसे सम्भवता इस बात का अंदाजा था कि लिखापढ़ी में शिकायत करने पर उसके खिलाफ ही जानवर को पकडऩे और उसकी नुमाइश करने की धाराओं में कार्रवाई हो सकती थी। इस कारण वह वापस लौटकर नहीं आया।
नशेबाज सांपों से बात करने लगा। कहा तुमसे ज्यादा मुझमें जहर है। मुझे काटकर दिखाओं पता चल जाएगा किसकी जान जाती है। उसके बाद उसने एक सांप की पकड़ ढीली की। जैसे ही सांप ने उसे कांटने की कोशिश की तो नशेबाज ने दोबारा गर्दन दबोच ली। उसने दोनों सांपों की मुंह आपस में टकरा दिया व रगडऩे लगा। सपेरा चिल्लाता रहा मगर नशेबाज ने उसकी एक न सुनी। थोड़ी देर में सांपों ने दम तोड़ दिया। नशेबाज ने दोनों सांपों को जमीन पर फेंका और वहां से चलता बना।
खुद पर कार्रवाई के डर से नहीं दी तहरीर
सांपों की मौत पर सपेरे ने थाने पहुंचकर नशेबाज के खिलाफ शिकायत की और जुर्माना दिलवाने की बात कही। इस पर जब सपेरे से तहरीर देने को कहा गया तो वह बहाना बनाकर वहां से निकल गया। सपेरे के वापस न लौटने के पीछे पुलिस का मानना है कि उसे सम्भवता इस बात का अंदाजा था कि लिखापढ़ी में शिकायत करने पर उसके खिलाफ ही जानवर को पकडऩे और उसकी नुमाइश करने की धाराओं में कार्रवाई हो सकती थी। इस कारण वह वापस लौटकर नहीं आया।