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जरूरी दवाओं की कमी से उर्सला में परेशान हो रहे मरीज

locationकानपुरPublished: Mar 19, 2019 02:53:46 pm

मिलने वाली दवाइयों में गैरजरूरी दवाएं ज्यादाकेंद्रीय स्तर पर खरीदारी होने से होती समस्या

Medicines Crisis

जरूरी दवाओं की कमी से उर्सला में परेशान हो रहे मरीज

कानपुर। शहर के उर्सला अस्पताल में इन दिनों मरीजों को दवाओं के संकट से जूझना पड़ रहा है। इमरजेंसी में इस्तेमाल की जाने वाली कई दवाएं भी अस्पताल में नहीं हैं। जिसके चलते मरीजों बाहर से दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं। यह स्थिति पिछले तीन माह से बनी हुई है।
सप्लाई में आ रही दिक्कत
दवाओं की खरीद से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि यूपी मेडिकल कॉरपोरेशन से दवाओं की सप्लाई समय से नहीं हो पा रही है। डिमांड के हिसाब से दवाएं न मिल पाने से संकट खड़ा हो रहा है। तीन माह से दवाइयां कम ही मिल पा रही है। अस्पताल में भी स्टॉक नहीं बचा है।
गैर जरूरी दवाएं ज्यादा
अधिकारियों ने बताया कि जो सप्लाई आ रही है उसमें गैर जरूरी दवाइयां ज्यादा हैं, हालांकि दवाइयों की संख्या बढ़ी है पर उसमें जरूरी दवाइयां कम हैं। जिससे मरीजों को ज्यादा लाभ नहीं मिल पा रहा है। इमरजेंसी में टिटनेस वैक्सीन जैसे इमरजेंसी के लिए इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन कम हैं।
कॉरपोरेशन पर निर्भरता
पहले अस्पताल में जरूरी दवाओं का स्टाक रहता था, जिससे जरूरत के समय कमी नहीं पड़ती थी। अब कॉरपोरेशन के जरिए केंद्रीय स्तर पर खरीद होती है। अस्पताल से पूरे वर्ष की खपत का ब्योरा लिया गया था, उसी हिसाब से दवाएं भेजी जाती हैं। इसमें जरूरी दवाएं कम पड़ जाती हैँ।
पांच के लिए बची एंटी रैबीज
उर्सला में एंटी रैबीज इंजेक्शन के ३२० वायल की आपूर्ति मिली थी। जिसमें प्रतिदिन ६० से ७० वायल का इस्तेमाल हो रहा है। ऐसे में अस्पताल के पास केवल चार से पांच दिन के ही एंटी रैबीज इंजेक्शन बचे हुए हैं। जिसके बाद फिर समस्या खड़ी हो जाएगी।
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