घटनाक्रम के मुताबिक जिले के अकौड़िया गांव निवासी हरिश्चंद्र का बड़ा 5 वर्षीय पुत्र अर्पित व छोटा पुत्र प्रदीप मोहल्ले के आलोक पुत्र राजेन्द्र तथा सौरभ पुत्र दिनेश पाल घर के पास ही बांकेलाल के खेत में खड़ी गेहूं की फसल में खेल रहे थे। उनमें से किसी एक बच्चे ने खेलते समय माचिस की तीली जला दी और खेत मे फेंक दी। इससे गेहूं की पकी खड़ी फसल में आग लग गई। आग लगते ही बच्चे भाग खड़े हुए जबकि प्रदीप आग व धुएं से गिरकर वहीं बेहोश होकर गिर गया। धुआं व आग की लपटें देखकर घबराए बच्चों की चीख पुकार सुन परिजन व ग्रामीणों ने बाल्टी से पानी डालकर आग पर काबू पाया।
फिलहाल आनन फानन में बेहोश पड़े प्रदीप को परिजन झींझक सीएचसी ले गए। यहां से डॉ. प्रतीक ने उसे जिला अस्पताल भेज दिया गया। जिला अस्पताल ले जाते समय मासूम ने रास्ते में दम तोड़ दिया। जिला अस्पताल में परीक्षण के बाद डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। बच्चे की मौत पर परिजनों में कोहराम मच गया। मां जानकी देवी, दादी शांती देवी का रो रो कर बुरा हाल हो गया। बाद में गांव पहुंचे लेखपाल ने फसल नुकसान का आंकलन कर बताया कि दस बिस्वा फसल जली है। निरीक्षक मंगलपुर तुलसीराम पांडेय ने बताया कि किसी ने तहरीर नहीं दी है। तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।