इस तरह ग्रामीणों पर बरप रहा कहर जिला प्रशासन ने ग्रामीणों के आवागमन के लिये सिकन्दरा क्षेत्र में नाव की व्यवस्था की है। बाढ़ के हालात ये है कि लोगो के घर पानी मे डूब गए हैं। बहुत से परिवार गांव छोड़कर सुरक्षित जगहों चले गए हैं। तो वही कुछ लोगो ने समान छतों पर रख लिया है। यमुना नदी में आई बाढ़ से बिजली बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। किसानों की फसलें नष्ट हो गयी है। यहां तक कि ग्रामीणों की झोपड़ी बाढ़ के पानी मे उतरा रही है। यमुना के रौद्र रूप से क्षेत्र में चारो तरफ पानी ही पानी मंजर दिखाई दे रहा है। वही ग्रामीणों ने बताया कि बाढ़ का पानी तेजी से बढ़ रहा है। कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं। लोग अपने घरों का सामान लेकर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे है। प्रशासन के द्वारा नांव तो लगवा दी गयी हैं। लेकिन लगातार जलस्तर बढ़ने से भय व्याप्त है।
जिलाधिकारी ने निरीक्षण कर बताया जिलाधिकारी ने बताया कि नदी का जलस्तर बढ़ने से निचले इलाके के गांव मोहम्मदपुर, इटैलिया, लाटा, रायपुर आदि प्रभावित हुए हैं। हालांकि ऐसे परिवारों को दूसरी सुरक्षित जगह शिफ्ट किया गया है। हमारी टीम राहत कार्य में लगी हुई है। तहसील प्रशासन भी नजर बनाए हुए है। रायपुर में एक गौशाला है, उन पशुओं को भी दूसरी जगह शिफ्ट किया है। नाव लगाकर ग्रामीणों के आवागमन की सुविधा की गई है। जिन प्रभावित परिवारों के पास राशन है, उपयोग कर रहे हैं, जिनका राशन भीग गया है, उन्हे राशन उपलब्ध कराया जाएगा।