यमुना और सेंगुर में आई बाढ़ से हालात ऐसे हैं कि बिजली के खम्भे भी पानी मे डूब गए है। किसानों की फसले और झोपड़ी बाढ़ के पानी मे उतरा रही है। जलस्तर बढ़ने से क्षेत्र में चारो तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। बाढ़ का जायजा लेने के लिये भोगनीपुर एसडीएम दीपाली भार्गव राजस्व टीम के साथ पहुंची और बाढ़ के पानी में घुसकर बाढ़ की स्थित के बारे जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने नांव में बैठकर बाढ़ से घिरे गांवो में जाकर वहां के ग्रामीणों से बातचीत कर उनका हाल जाना। वही एसडीएम ने ग्रामीणों से हर सम्भव मदद का भरोसा दिया है। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि बाढ़ का पानी तेजी से बढ़ रहा है। हम लोग अपने घरों का सामान सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे है।
एसडीएम दीपाली भार्गव ने बताया कि क्योंटरा, बांगर, पथार गांव में पानी का स्तर बढ़ा है। पथार गांव में दो घर प्रभावित हैं। परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित किया गया है। अन्य जगहों पर नजर बनाए हैं। चार गांव के संपर्क मार्ग टूट गए हैं। ग्रामीणों को फूड पैकेट बांटे जा रहे हैं, और भी राहत सामग्री बांटी जाएगी। एक बड़ी नाव ग्रामीणों के आवागमन के लिए लगाई गई है और अभी एक और लगाई जाएगी। यमुना का जलस्तर 108 मीटर है, जो अभी तक 107 मीटर पहुंच चुकी है।