कानपुर

पुरूषों के सथ ही खवातीनों ने अता की नमाज, गले लगा एक-दूसरे को ईद की दी मुबारकबाद

बड़ी ईदगाह में तीन लाख से ज्यादा नमाजियों ने अता की नमाज, खवातीनों ने भी देश में अचन-चैन के लिए मांगी दुआ

कानपुरJun 16, 2018 / 10:09 am

Vinod Nigam

पुरूषों के सथ ही खवातीनों ने अता की नमाज, गले लगा एक-दूसरे को ईद की दी मुबारकबाद

कानपुर। यूं तो ईद के इस पाक़ और मुकद्दस त्यौहार में पूरे देश की सभी छोटी-बड़ी ईदगाहों में ईद की नमाज़ अदा कर अमन चैन की दुआएं मांगी जाती हैं लेकिन कानपुर एक ऐसा शहर है, जहां सल्लाह ओ अलैह वसल्लम हज़रत मुहम्मद साहब की बताई गयी सुन्नत पर पाबन्द रहते हुए पुरुषों के साथ मोमिन खवातीन यानि मुस्लिम महिलायें भी ईदगाह में जाकर नमाज़ अता करती हैं। मुस्लिम समाज अल्लाह रसूल की इस परम्परा को ता-क़यामत तक ज़िंदा रखने के लिए हौसलामंद है, जिसके तहत आज भी कानपुर की फेथफुलगंज बड़ी ईदगाह में मुस्लिम पर्दानशी सैकड़ों महिलाओं ने बाज़मात होकर पूरे एहतराम और अकीदत के साथ नमाज़ अदा की और अल्लाहताला से पूरे देश में अमन ओ अमान कायम रखने की दुआ मांगी।
तीन लाख नमाजियों ने अता की नमाज
शहर में ईद का त्योहार बड़ी अकीदत के साथ मनाया जा रहा है। बड़ी ईदगाह में तीन लाख से ज्यादा नमामजियों ने कंधे से कंघा मिलाकर नमाज अता की । देश मे अमन चैन और भाईचारें व सलामती की दुआ मांगी। सौहार्द कायम रहे इसके लिए पुलिस-प्रशासन ने चाक चौबंध व्यवस्था की थी। कन्ट्रोल रूम बनाकर कैमरें से पूरे ईदगाह परिसर की निगरानी भी रखी। नमाज के बाद जिला प्रशासन ने नमाजियों को ईद उल अजहा कि मुबारकबाद दी साथ ही वहां मौजूद राजनैतिक व समाजिक लोगों ने भी एक दूसरे को गले मिलकर मुबारकबाद पेश की। बड़ी ईदगाह में ईद की नमाज के लिए सुबह से नमाजियों को आना शुरू हुआ। इस मौके पर एक साथ तीन लाख से ज्यादा लोगों ने नामज अता की। ईदगाह में जगह नहीं मिलने के चलते नमाजियों ने बाहर नमाज पढ़ी। शहरकॉजी ने ईद के मौके पर आपसी भाईचारा बनाए रखने की अपील की। वहीं सभी लोगों ने एक दूसरे को गले मिलकर बधाई दी। इस दौरान बच्चों में भी ईद के त्योहार को लेकर खुशी दिखाई दी। बच्चों ने फूल देकर एक-दूसरे को बकरीद की बधाई दी।
सिया-सुन्नी उलेमाओें ने पढ़ी थी यहां नमाज
14 अप्रैल 2012 को फिलिस्तीन की मस्जिद-ए-अक्सा के इमाम मुफ्ती अकरमा सईद अब्दुल्ला सबरी और करीब दस देशों के कारी (अलग अलग अंदाज में कुरान पढ़ने वाले धर्मगुरु) के साथ बेनाझाबर बड़ी ईदगाह में शिया और सुन्नी उलेमा व मुसलमानों ने नमाज पढ़ी थी। विश्व शांति और इस्लाम का संदेश देने के लिए मुस्लिमों के लिए पवित्र मस्जिद मस्जिद-ए-अक्सा के इमाम शहर आए थे। मुफ्ती अकरमा सईद अब्दुल्ला सबरी ने नमाज पढ़ाई थी। इनके पीछे शहर के शिया शहरकाजी मौलाना अली अब्बास खां नजफी और शिया मुसलमानों ने नमाज पढ़ी थी। साथ में शहरकाजी मुफ्ती मंजूर अहमद मजाहिरी, लखनऊ के मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली और ईदगाह के इमाम मरहूम कारी मोहम्मद इलाही ने नमाज पढ़ी थी। इस कार्यक्रम के आयोजक डॉ. महमूद रहमानी थे।
… तो पढ़ी जा सकती है नामज
सुन्नी देवबंदी शहरकाजी मौलाना अब्दुल कुद्दूस हादी ने कहा कि कानपुर में शियाओं की तादाद सुन्नियों की तुलना में बहुत कम है। लखनऊ में आबादी लगभग बराबर है। इसलिए आपसी एकता के लिए अगर एक साथ नमाज होती है तो कोई हर्ज नहीं है। अगर दोनों पक्ष राजी हों तो कानपुर में भी शिया सुन्नी एक साथ नमाज अदा कर सकते हैं। वहीं जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह कहा, ये बड़ा ही खुशी का दिन है, इस खुशी के अवसर पर पूरे शहर के लोगों को बधाई भी दी। एसएसपी अखिलेश मीणा ने इस मौके पर सभी शहर के लोगों को बकरीद की बहुत-बहुत मुबारकबाद दिया।
सुरक्षा को लेकर किए विशेष इंतजाम
ईद के त्योहर के अवसर पर सुबह से ही जिला प्रशासन की टीमें सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंम्भीर दिखाई दी। बड़ी ईदगाह पर चौराहों से लेकर हर तरफ प्रशासन मुस्तैद दिखाई दे रहा था। सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए थे। जिला प्रशासन ने ईदगाह के अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे। पुलिस कर्मी ईदगाह के आस-पास की बिल्डिंग से दूरबीन लगाकर सुरक्षा का जायजा लेते दिखाई दिए। इस दौरान नमाज़ियों को जल निगम के द्वारा पानी की व्यवस्था भी की गई थी। वही ईद की मुबारकबाद देने के लिए कई नेता ईदगाह पहुंचे और लोगों को गले मिलकर ईद की बधाई दी।

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