कई राज्यों में की ठगी
एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि आरोपियों ने उत्तर प्रदेश के जनपदों के अलावा, राजस्थान, मध्य प्रदेश में रहने वाले करीब 200 से अधिक लोगों को ठगी का शिकार बनाया है। एसपी ने बताया कि आरोपी फर्जी दस्तावेजों से सिम निकाल कर ठगी करते थे। इसके बाद फर्जी दस्तावेजों से खाता खुलवा कर लोगों से रुपये डलवा लेते थे। यह लोगों को योजना का लाभ देने का झांसा देकर दस प्रतिशत रुपये खाते में डलवा कर एटीएम से निकाल लेते थे।
एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि आरोपियों ने उत्तर प्रदेश के जनपदों के अलावा, राजस्थान, मध्य प्रदेश में रहने वाले करीब 200 से अधिक लोगों को ठगी का शिकार बनाया है। एसपी ने बताया कि आरोपी फर्जी दस्तावेजों से सिम निकाल कर ठगी करते थे। इसके बाद फर्जी दस्तावेजों से खाता खुलवा कर लोगों से रुपये डलवा लेते थे। यह लोगों को योजना का लाभ देने का झांसा देकर दस प्रतिशत रुपये खाते में डलवा कर एटीएम से निकाल लेते थे।
ठगने के बाद धमकी देकर फिर ठगते
केवल हाईस्कूल और कक्षा आठ पास यह शातिर फोन कर इनाम का लालच देकर लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे। गिरोह के सदस्य सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर भी ठगते थे। ठगी का शिकार होने वाले लोगों से खाते में रुपये डलवाकर निकाल लेते थे। ठगी के बाद यह अधिकारी बनकर फोन करते थे। कार्रवाई के नाम पर दोबारा रुपये ठग लेते थे।
केवल हाईस्कूल और कक्षा आठ पास यह शातिर फोन कर इनाम का लालच देकर लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे। गिरोह के सदस्य सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर भी ठगते थे। ठगी का शिकार होने वाले लोगों से खाते में रुपये डलवाकर निकाल लेते थे। ठगी के बाद यह अधिकारी बनकर फोन करते थे। कार्रवाई के नाम पर दोबारा रुपये ठग लेते थे।
इस तरह लगाते थे लोगों को चूना
पकड़े गए शातिरों ने बताया कि रुपये कमाने की चाहत में यह लोग करीब पांच साल से लोगों को गुमराह कर ठगी का शिकार बनाते आ रहे हैं। पुलिस गिरफ्त में आए दीपक सिंह ने बताया कि गांव के बाहर बाग और खेतों में बैठकर फर्जी दस्तावेजों से निकाली गई सिमों से अंदाज में कोई भी नंबर डायल कर पांच सवाल पूछते थे। जवाब ठीक देने पर 2.50 लाख रुपये देने का लालच देते थे। इसके एवज में सबसे पहले एक नंबर पर रिचार्ज करने की बात कहते थे। इसके बाद इनाम का लालच देकर खाते में रुपये डलवा लेते थे।
पकड़े गए शातिरों ने बताया कि रुपये कमाने की चाहत में यह लोग करीब पांच साल से लोगों को गुमराह कर ठगी का शिकार बनाते आ रहे हैं। पुलिस गिरफ्त में आए दीपक सिंह ने बताया कि गांव के बाहर बाग और खेतों में बैठकर फर्जी दस्तावेजों से निकाली गई सिमों से अंदाज में कोई भी नंबर डायल कर पांच सवाल पूछते थे। जवाब ठीक देने पर 2.50 लाख रुपये देने का लालच देते थे। इसके एवज में सबसे पहले एक नंबर पर रिचार्ज करने की बात कहते थे। इसके बाद इनाम का लालच देकर खाते में रुपये डलवा लेते थे।