पूरा कैशलेस इलाज
नई सुविधा के तहत अब पूरा इलाज कैशलेस होगा। अभी तक इलाज कराने पर क्षतिपूर्ति के नाम पर खर्च दिया जाता है, जबकि इलाज के दौरान मरीज को पहले पूरी रकम खर्च करनी पड़ती है और बाद में बिल लगाने पर पैसा मिलता है। यह सुविधा शहर के तीन अस्पतालों में ही है। मगर ऐसे में उन कर्मचारियों को परेशानी होती है, जिनके पास बीमार पडऩे पर पैसा नहीं होता है। इसलिए उन्हें कैशलेस इलाज की सुविधा दी जाएगी। इस योजना का प्रदेश के १६ हजार कर्मचारी लाभ उठा सकेंगे।
नई सुविधा के तहत अब पूरा इलाज कैशलेस होगा। अभी तक इलाज कराने पर क्षतिपूर्ति के नाम पर खर्च दिया जाता है, जबकि इलाज के दौरान मरीज को पहले पूरी रकम खर्च करनी पड़ती है और बाद में बिल लगाने पर पैसा मिलता है। यह सुविधा शहर के तीन अस्पतालों में ही है। मगर ऐसे में उन कर्मचारियों को परेशानी होती है, जिनके पास बीमार पडऩे पर पैसा नहीं होता है। इसलिए उन्हें कैशलेस इलाज की सुविधा दी जाएगी। इस योजना का प्रदेश के १६ हजार कर्मचारी लाभ उठा सकेंगे।
चार सदस्यों को मिलेगा लाभ
नई कम्प्रीहेन्सिव मेडिक्लेम सुविधा के तहत कर्मियों और पेंशनरों के घर के चार सदस्यों को कैशलेस इलाज मिल सकेगा। लेकिन उनके पुत्र-पुत्रियों को २५ साल के बाद इलाज के दायरे से बाहर कर दिया जाएगा। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की ओर से इसके लिए प्रोफार्मा भेजा गया है। जिसमें सभी का ब्यौरा देना होगा। इस सुविधा के लागू होने से देश भर में एक लाख कर्मचारी इसका लाभ उठा सकेंगे।
नई कम्प्रीहेन्सिव मेडिक्लेम सुविधा के तहत कर्मियों और पेंशनरों के घर के चार सदस्यों को कैशलेस इलाज मिल सकेगा। लेकिन उनके पुत्र-पुत्रियों को २५ साल के बाद इलाज के दायरे से बाहर कर दिया जाएगा। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की ओर से इसके लिए प्रोफार्मा भेजा गया है। जिसमें सभी का ब्यौरा देना होगा। इस सुविधा के लागू होने से देश भर में एक लाख कर्मचारी इसका लाभ उठा सकेंगे।
ईपीएफ फेडरेशन का विरोध
दूसरी ओर योजना के शुरू होने से पहले ही इसका विरोध शुरू हो गया है। ईपीएफ फेडरेशन और स्टाफ यूनियन ने इसका विरोध जताया है। फेडरेशन के सलाहकार राजेश शुक्ल और उपाध्यक्ष उमेश शुक्ल के मुताबिक भत्ते पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
दूसरी ओर योजना के शुरू होने से पहले ही इसका विरोध शुरू हो गया है। ईपीएफ फेडरेशन और स्टाफ यूनियन ने इसका विरोध जताया है। फेडरेशन के सलाहकार राजेश शुक्ल और उपाध्यक्ष उमेश शुक्ल के मुताबिक भत्ते पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।