बंदी के कारण आ रही समस्या
२३ मार्च से कानपुर में चल रहे लॉकडाउन के कारण सभी फैक्ट्रियां, इंडस्ट्री, कंपनियां, दुकान समेत सभी कारोबार बंद चल रहे हैं। इसके चलते कई लोगों का वेतन भी फंसा हुआ है। ऐसे में घर खर्च चलाने की समस्या सबसे पहले हैं, जबकि स्कूलों का नया सत्र भी शुरू हो गया है। हालंाकि स्कूल नहीं ख्ुाल रहे हैं, पर स्कूलों ने ऑनलाइन कोर्स शुरू करा दिया है। १५ अप्रैल को लॉकडाउन हटने के बाद अगर स्कूल खुलते हैं तो अभिभावकों पर अप्रैल महीने की फीस जमा करने का दवाब होगा। मगर कई अभिभावकों की सैलरी फंसी होने के कारण मुश्किल आ सकती है। इसे देखते हुए प्रशासन ने यह आदेश जारी किया है।
२३ मार्च से कानपुर में चल रहे लॉकडाउन के कारण सभी फैक्ट्रियां, इंडस्ट्री, कंपनियां, दुकान समेत सभी कारोबार बंद चल रहे हैं। इसके चलते कई लोगों का वेतन भी फंसा हुआ है। ऐसे में घर खर्च चलाने की समस्या सबसे पहले हैं, जबकि स्कूलों का नया सत्र भी शुरू हो गया है। हालंाकि स्कूल नहीं ख्ुाल रहे हैं, पर स्कूलों ने ऑनलाइन कोर्स शुरू करा दिया है। १५ अप्रैल को लॉकडाउन हटने के बाद अगर स्कूल खुलते हैं तो अभिभावकों पर अप्रैल महीने की फीस जमा करने का दवाब होगा। मगर कई अभिभावकों की सैलरी फंसी होने के कारण मुश्किल आ सकती है। इसे देखते हुए प्रशासन ने यह आदेश जारी किया है।
फीस जमा न होने पर नहीं कटेगा नाम
जिलाधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी ने बताया कि लॉकडाउन के बीच में ही कुछ स्कूलों ने अभिभावकों को फीस का मैसेज भेज दिया है। उन्होंने कहा है कि सभी स्कूल संचालकों को निर्देश दिया गया है कि अभिभावकों को इस फैसले से अवगत करा दें। अगर उल्लंघन हुआ तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मालूम हो कि स्कूलों में नए सत्र का शुभारंभ अप्रैल से होता है। इसी महीने में तीन माह की फीस जमा करनी होती है। न करने पर छात्र का नाम काट दिया जाता है मगर इस बार ऐसा नहीं होगा। डीएम ने साफ कहा कि अप्रैल-मई में फीस न जमा कराने वाले बच्चों का नाम नहीं कटा जाएगा।
जिलाधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी ने बताया कि लॉकडाउन के बीच में ही कुछ स्कूलों ने अभिभावकों को फीस का मैसेज भेज दिया है। उन्होंने कहा है कि सभी स्कूल संचालकों को निर्देश दिया गया है कि अभिभावकों को इस फैसले से अवगत करा दें। अगर उल्लंघन हुआ तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मालूम हो कि स्कूलों में नए सत्र का शुभारंभ अप्रैल से होता है। इसी महीने में तीन माह की फीस जमा करनी होती है। न करने पर छात्र का नाम काट दिया जाता है मगर इस बार ऐसा नहीं होगा। डीएम ने साफ कहा कि अप्रैल-मई में फीस न जमा कराने वाले बच्चों का नाम नहीं कटा जाएगा।