मंत्री-सांसद के बजाए विधायक के नारे
माती में बाइक रैली से पहले सभा आयोजित की थी। इसमें मंत्री सतीश महाना और सांसद देवेंद्र सिंह भोले मौजूद थे। इसके साथ ही बिठूर से विधायक अभिजीत सिंह सांगा भी मौजूद थे। मैदान में जमा सांगा समर्थक लगातार विधायक जिंदाबाद के नारे लगाते दिखे। शोरगुल और नारेबाजी बढ़ने पर सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने मंच से कहा कि किसी व्यक्ति विशेष के नारे न लगाएं। सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के नारे लगाएं। इसके बाद भी कार्यकर्ता नहीं थमे तो मंत्री सतीश महाना ने भी कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की पर इसका भी कोई असर नहीं हुआ। इससे परेशान कार्यक्रम के बीच में ही मंत्री संबोधन दिए बिना रैली को झंडी दिखाने के लिये निकल पड़े तो सांसद भी नाराज होकर बाइक पर सवार होकर चले गए।
अपमानित का लगाया आरोप
बिठूर विधायक अभिजीत सिंह सांगा पर तीन मंडल अध्यक्षों को अपमानित करने का आरोप लगाकर कार्यकर्ताओं ने मोर्चा खोल दिया। राज्यमंत्री के सामने नारेबाजी कर कार्यकर्ताओं ने बैठक का बहिष्कार कर दिया। बिधनू के मंडलाध्यक्ष श्याम सिंह चंदेल ने बताया कि जनसंवाद पदयात्रा को लेकर रमईपुर में बैठक आयोजित की गई थी। इसमें राज्यमंत्री बाबूराम निषाद, जिलाध्यक्ष ग्रामीण सुशील कटियार, विधायक अभिजीत सिंह सांगा समेत तमाम पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे। इसी दौरान श्याम सिंह के साथ पुलिस के अभद्रता करने को लेकर बिठूर और भीतरगांव मंडलाध्यक्ष गया प्रसाद व कमलेश पांडेय ने कार्यकर्ताओं के सम्मान की रक्षा की बात रखी तो इससे नाराज विधायक ने तीनों मंडलाध्यक्षों को अपमानित करते हुए बैठक से बाहर जाने को कह दिया।
बैठक का किया बहिष्कार
विधायक के कार्य से नाराज होकर तीनों मंडलाध्यक्षों केसाथ ही कार्यकर्ताओं ने बैठक का बहिष्कार कर दिया। मंडलाध्यक्षों का यह भी आरोप है कि विधायक संगठन के पदाधिकारियों के बजाए अपनी निजी टीम के सदस्यों की सुनते हैं। उन्हें ही जिम्मेदारियां भी देते हैं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि राज्यमंत्री की मौजूदगी में विधायक का अपमानित करने वाला व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसकी प्रदेश और राष्ट्रीय अध्यक्ष से शिकायत की जाएगी। मामले पर विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने कहा कि पार्टी के सभी कार्यकर्ता मेरे लिए सम्मानित हैं। मैंने किसी को न तो अपमानित किया है और न ही किसी को बैठक से भगाया है। कुछ गलतफहमी हो गई है। उसे आपस में बैठकर सुलझा लिया जाएगा।
..तो टिकट बनी वजह
जानकारों का मानना है कि कानपुर नगर व देहात सीटों के वर्तमान सांसदों के टिकट कटने की जानकारी अन्य दावेदारों को हो गई है। इसी के चलते वो अपने कार्यकर्ताओं के जरिए पार्टी हाईकमान तक बात पहुंचा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो बिठूर से विधायक अभिजीत सिंह सांगा की नजर लोकसभा सीट पर है। इसी के चलते वर्तमान सांसद देवेंद्र सिंह भोले और सांगा समर्थक एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। पूरे प्रकरण पर नगर अध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी ने कहा पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं हैं। सभी कार्यकर्ता चुनाव जीतने के लिए जुटे हुए हैं। जिसे पार्टी हाईकमान टिकट देगा उसे जिताया जाएगा।