पंाच गावों के किसानों ने चन्द्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों की मदद से बंजर जमीन में टमाटर और भिंडी की फसल खड़ी कर दी है। टमाटर और भिंडी की फसल में जैविक खादों और जैविक पेस्टीसाइड का प्रयोग किया गया। इसे वैज्ञानिकों की मदद ये ग्रामीण खुद तैयार कर रहे हैं। सब्जी विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. डीपी सिंह का कहना है कि संरक्षित सब्जी की खेती किसानों को को खासा लाभ देती है। इससे कई फायदे हैं एक तो किसानों की जमीन भी उर्वर हो जाती है और दूसरे किसानों की आय भी बढ़ती है।
इस तरह की पहल बिल्हौर, शिवराजपुर और चौबेपुर के पांच गांवों में शुरू हुई है। उच्च तकनीक से बोई जाने वाली यह दोनों फसलें साल भर किसान ले रहे हैं। विश्वविद्यालय के सब्जी विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों का दावा है कि किसानों की आय दो गुना करने की दिशा में गांव अग्रसर है। क्योंकि सुरक्षित सब्जी फसलों के दाम किसानों को भरपूर मिल रहा है।