अचानक किया हमला
धर्मशाला निवासी अनिल कटियार ( 40) मंगलवार की सुबह अपने दो बेटों के साथ खेत में आलू की खुदाई के लिए गए थे। अभी वह आलू की खोदाई कर ही रहे थे पीछे से आए सांडं ने किसान पर हमला बोल दिया। उन्होंने सांड से बचाए जाने की गुहार लगाई। बेटों ने डंडे से सांड पर वार किया तो वो उन पर भी हमला बोल दिया। किसी तरह दोनों भागकर एक झोपड़ी में छिप गए। इस बीच सांड फिर घायल किसान पर सीगों से प्रहार कर रौंदता रहा। ग्रामीणों ने किसी तरह से सांड को खदेड़ा। लेकिन तब तक किसान की मौत हो चुकी थी।
इंसानों पर कर रहे हमला
ग्रामीणों का कहना है कि यह आवारा सांड़ अब तक कई लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर चुका है। मृतक की पत्नी ने पुलिस को तहरीर दे दी है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है। किसान के दो बेटे रवि, अजय व एक बेटी हैं। मृतक के भाई रमाकान्त के मुताबिक पिछले एक साल से आवारा मवेशी जहां खड़ी फसलों को बर्बाद कर रहे हैं तो ग्रामीणों को भी निशाना बना रहे हैं। बताया कि दो दिन पहले गायों ने गेहूं की फसल पूरी तरह से चौपट कर दी।
फिर भी नहीं बने आश्रृह गृह
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आवारा पशुओं के लिए आश्रय गृह बनाए जाने का आदेश दिए थे। 16 नगर निगमों के लिए 160 करोड़ रुपये तो 75 जिलों को गायों और बैलों के लिए नए आश्रय बनाने के लिए अगल से 1.2 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई थी। इनमें से प्रत्येक निकाय को 10 लाख रुपये से 30 लाख रुपये की धनराशि जारी की गई थी। इसके साथ ही यूपी के 823 ब्लॉकों के अतंर्गत आने वाली ग्रामपंचायतों में गोशाला के निर्माण के आदेश भी दिए गए थे।
मुआवजा दिलाए जाने का दिया आश्वासन
बिल्हौर तहसील में एक भी आश्रृह गृह का निर्माण कार्य नहीं कराया गया। पिछले दिनों खुद डीएम विजय विश्वास पंत ने जिले के अलाधिकारियों के साथ बैठक कर ग्राम पंचायतों में गोशाला बनवाए जाने के निर्देश दिए थे। बावजूद शहर व गांवों में आवारा मवेशी लोगों का जीना दुश्वार किए हुए हैं। मामले पर एसडीएम बिल्हौर ने बताया कि एक किसान पर सांड ने हमला कर दिया, जिससे उनकी मौत हो गई है। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। साथ ही मृतक के परिवार को मुआवजा दिला जाएगा।