होली पर हुई थी पत्नी की मौत
हरबंशमोहाल में रहने वाले एलआईसी एजेंट हेमंत कनोडिया की पत्नी बीमार रहती थीं। होली के चार दिन पहले अचानक उनकी हालत ज्यादा बिगड़ गई और वह चल बसीं। हेमंत के एक आठ साल का बेटा भी है। पत्नी की मौत के बाद हेमंत टूट चुका था। वह अपने बेटे को किसी तरह पालने लगा। मगर बीतीरात ना जाने ऐसा क्या हुआ कि हेमंत ने अपने मासूम बेटे अनय को पूजा घर में फांसी लगाकर मार दिया और फिर फ्लैट के बरामदे में खुद भी फांसी लगा ली।
हरबंशमोहाल में रहने वाले एलआईसी एजेंट हेमंत कनोडिया की पत्नी बीमार रहती थीं। होली के चार दिन पहले अचानक उनकी हालत ज्यादा बिगड़ गई और वह चल बसीं। हेमंत के एक आठ साल का बेटा भी है। पत्नी की मौत के बाद हेमंत टूट चुका था। वह अपने बेटे को किसी तरह पालने लगा। मगर बीतीरात ना जाने ऐसा क्या हुआ कि हेमंत ने अपने मासूम बेटे अनय को पूजा घर में फांसी लगाकर मार दिया और फिर फ्लैट के बरामदे में खुद भी फांसी लगा ली।
घर पहुंचे बड़े भाई ने दरवाजा खोला तब पता चला
हेमंत हरबंश मोहाल के एक फ्लैट में सेकेंड फ्लोर पर रहते थे, जबकि दो बड़े भाई प्रभात कनोडिया और विनय कनोडिया दूसरे फ्लैटों में रहते थे। सबसे बड़े भाई प्रभात ने बताया कि बुधवार शाम छह बजे से हेमंत का फोन बंद था। लॉकडाउन के कारण शाम को घर नहीं आया। गुरुवार सुबह भी फोन बंद बताने पर घर पहुंचा तो कमरा अंदर से लॉक मिला। कई आवाज लगाने के बाद भी जवाब नहीं मिला तो धक्का देकर दरवाजा खोला। इस दौरान फ्लैट में रहनेवाले और लोग भी जुट गए थे। फ्लैट के बरामदे में भाई हेमंत और पूजा घर में अनय फंदे से लटका था। पिता-पुत्र के शव फांसी से लटके देख पूरे फ्लैट में हडक़ंप मच गया।
हेमंत हरबंश मोहाल के एक फ्लैट में सेकेंड फ्लोर पर रहते थे, जबकि दो बड़े भाई प्रभात कनोडिया और विनय कनोडिया दूसरे फ्लैटों में रहते थे। सबसे बड़े भाई प्रभात ने बताया कि बुधवार शाम छह बजे से हेमंत का फोन बंद था। लॉकडाउन के कारण शाम को घर नहीं आया। गुरुवार सुबह भी फोन बंद बताने पर घर पहुंचा तो कमरा अंदर से लॉक मिला। कई आवाज लगाने के बाद भी जवाब नहीं मिला तो धक्का देकर दरवाजा खोला। इस दौरान फ्लैट में रहनेवाले और लोग भी जुट गए थे। फ्लैट के बरामदे में भाई हेमंत और पूजा घर में अनय फंदे से लटका था। पिता-पुत्र के शव फांसी से लटके देख पूरे फ्लैट में हडक़ंप मच गया।