मंगलवार सुबह जरूरी सामान बिक्री की छूट का समाचार मिलते ही बाजार में चहल-पहल बढ़ गई। दवा, राशन और दूध-बिस्किट के अलावा इलेक्ट्रॉनिक, हार्डवेयर, स्टेशनरी की दुकानें खुली रहीं। मिठाई की दुकानों पर भी बिक्री होती रही। लेकिन राशन की दुकान छोडक़र बाकी दुकानों के शटर आधे गिरे रहे। हालांकि ग्राहकों की भीड़ नहीं थी फिर भी दुकानदार सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर सतर्क दिखे और ग्राहकों को एक-एक कर सामान लेने का आग्रह किया।
बाजार में नाई की दुकानें और चाय-पान के खोमचे बंद रहे। तंबाकू-मसाला और सिगरेट के लिए लोग इधर उधर भटकते दिखे। गली-मोहल्लों की दुकानों पर पानमसाला और तंबाकू का स्टॉक भी खत्म हो चुका है। पान की दुकानें खोलने की अनुमति है नहीं, जिस कारण इन लोगों को निराश होना पड़ा। बाजार की केवल २० फीसदी दुकानें ही खुली नजर आयीं। रावतपुर में मुख्यमार्ग की दुकानें कम ही खुलीं।
शहर में हॉटस्पॉट घोषित हो चुके इलाकों में पुलिस ने दुकाने नहीं खुलने दीं। इतना ही नहीं हॉटस्पॉट के आसपास भी मुख्यमार्गों पर सन्नाटा ही रहा। दूसरी ओर नयागंज की थोक बाजार में भीड़ उमड़ी। किराना और गल्ला मार्केट में खरीदारेां की लाइन लगी थी। कई दुकानदारों ने आर्डर लेकर लोगों को भेज दिया और माल उनकी दुकान तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई।
सडक़ पर ऑटो और टेम्पो नहीं दिखे। चालू हुई औद्योगिक इकाइयों से जुड़े लोगों को पैदल ही निकलना पड़ा। पनकी, दादानगर, फजलगंज, चकेरी, रूमा की निर्यातपरक औद्योगिक इकाइयां संचालित की गईं। जबकि निजी चार पहिया वाहन पर ड्राइवर के अतिरिक्त दो यात्री और बाइक पर एक यात्री को ही छूट दी गई। भवन निर्माण से संबंधित वेयर हाउस, एकल दुकानें, मौरंग, बालू की मंडी भी खुली रही।