कोरोना काल में स्कूल बंद होने के कारण ऑनलाइन पढ़ाई पर जोर दिया गया है। लगभग सभी शिक्षक ऑनलाइन एजुकेशन (Online Education) के माध्यम से कोर्स को पूरा करा रहे हैं ताकी परीक्षा के समय अधूरे कोर्स से किसी बच्चे को परेशानी न हो।
ऑनलाइन पढ़ाई के दबाव में 15 वर्षीय बेटे ने उठाया आत्मघाती कदम, पिता की रिवॉल्वर से मारी गोली
लखनऊ. कोरोना काल में स्कूल बंद होने के कारण ऑनलाइन पढ़ाई पर जोर दिया गया है। लगभग सभी शिक्षक ऑनलाइन एजुकेशन (Online Education) के माध्यम से कोर्स को पूरा करा रहे हैं ताकी परीक्षा के समय अधूरे कोर्स से किसी बच्चे को परेशानी न हो। लेकिन इस बीच कुछ छात्रऑनलाइ पढ़ाई के प्रेशर में आकर अपनी जान तक दे दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में आया है। यहां ऑनलाइन पढ़ाई के दबाव और स्वजन की डांट से क्षुब्ध ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) के बेटे ने पिता की रिवॉल्वर से गोली मारकर जान दे दी।
पढ़ाई के प्रेशर में मारी गोली कानपुर से सदर कोतवाली स्थित सिविल लाइंस निवासी श्रीकांत सिंकदरपुर कर्ण में ग्राम विकास अधिकारी है। उनका 15 वर्षीय पुत्र दिव्यांश हाईस्कूल का छात्र था। ऑनलाइन पढ़ाई के प्रेशर और घर वालों की डांट से परेशान था। गुरुवार को शाम करीब सात बजे दिव्यांश ने पिता की लाइसेंसी रिवॉल्वर से अपनी कनपटी में सटाकर गोली मार ली। गोली चलने की आवाज सुनकर स्वजन कमरे में गए तो वहां दिव्यांश को लहूलुहान पड़ा देख उनके होश उड़ गए। परिजन उसे तुरंत जिला अस्पताल लाए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। बता दें कि दिव्यांश अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। बेटे की मौत से मां कंचन और छोटी बहन पंखुड़ी रो-रोकर बेहाल रहे।
शस्त्र लाइसेंस की होगी जांच इस मामले में कोतवाली प्रभारी जिला दिनेश चंद्र मिश्र ने जिला अस्पताल में परिजनों से पूछताछ की तो घरवालों ने बताया कि दिव्यांश पर ऑनलाइन पढ़ाई का जोर था। उसे अक्सर घर में पढ़ाई को लेकर डांट लगाई जाती थी। इससे क्षुब्ध होकर दिव्यांश ने खुद को गोली मार दी। परिजनों ने बताया कि दिव्यांश ने आलमारी में रखी पिता की रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि रिवॉल्वर कब्जे में लेकर वीडीओ के शस्त्र लाइसेंस की जांच की जा रही है।